डाइल्यूटेड ब्लीच बाथ एक सामान्य उपचार है जिसका उपयोग डॉक्टर एक्जिमा वाले रोगियों के लिए करते हैं. इस उपचार का उपयोग केवल डर्मेटोलॉजिस्ट या डॉक्टर की देखरेख में ही किया जाना चाहिए. हालांकि ये सभी एग्जिमा रोगियों के लिए एक जैसा काम नहीं करता है. ये कुछ एक्जिमा पीड़ितों के लिए क्यों और कैसे काम करता है? और इसे आजमाने से पहले आपको क्या पता होना चाहिए? एक्जिमा एक जेनेटिक कंडिशन है जिसके कारण किसी व्यक्ति की स्किन में गर्म पानी या साबुन जैसे कुछ ट्रिगर्स से आसानी से सूजन हो जाती है. स्किन डैमेज हो जाती है और उसमें खुजली होने लगती है, जिससे कीटाणु पनपने लगते हैं और और भी ज्यादा समस्याएं पैदा हो जाती हैं. डैमेज एक्जिमा स्किन में पाया जाने वाला सबसे आम रोगाणु स्टेफिलोकोकस ऑरियस है.
स्टैफ जर्म्स त्वचा में और भी डीपर रिस्पॉन्स का कारण बनते हैं, जिससे एक्जिमा बिगड़ जाता है. इलाज या स्किन स्टैफ की मात्रा को कम करने से एक्जिमा को ठीक होने में मदद मिल सकती है. जब एक्जिमा बहुत एक्टिव होता है, तो स्किन लिक्विड से भर जाती है. बैक्टीरिया का इस प्रकार के एक्जिमा में बसना और संक्रमित करना ज्यादा आसान होता है. इस प्रक्रिया को "इम्पेटिगिनेशन" के रूप में जाना जाता है.
जब यह प्रक्रिया एक्जिमा के बिना होती है, तो इसे इम्पेटिगो कहा जाता है.
हम घावों पर किए गए अध्ययनों से जानते हैं कि घाव को साधारण रूप से धोने से बैक्टीरिया की संख्या कम हो जाती है. पानी और सोडियम हाइपोक्लोराइट (दूसरे शब्दों में, ब्लीच) का घोल कीटाणुओं को तेजी से मार सकता है.
शोधकर्ताओं ने यह भी दिखाया है कि सोडियम हाइपोक्लोराइट त्वचा में सूजन को कम कर सकता है. यह एक और कारण है जिससे उपचार की सिफारिश की जाती है.
एक्जिमा में अक्सर सूजन का एक दुष्चक्र शामिल होता है, जहां लालिमा और बढ़ती खुजली से खरोंच और यहां तक कि जलन होती है. त्वचा और भी ज्यादा टूट जाती है और एक्जिमा बिगड़ जाता है, जिससे और सूजन लगातार बढ़ने लगती है.
एग्जिमा में डाइल्यूटेड ब्लीच बाथ कैसे करें? | How does a diluted bleach bath help with eczema?
1. पतला रेशियो बनाएं: ब्लीच को नहाने के पानी में पतला किया जाना चाहिए ताकि यह आपकी स्किन के लिए सुरक्षित हो. एक सामान्य पतला अनुपात प्रति 150 लीटर गुनगुने पानी में आधा कप (120 मिली) हो सकता है. हालांकि आपके एक्जिमा की गंभीरता, उम्र और अन्य कारकों के आधार पर सटीक पतला अनुपात अलग हो सकता है. बच्चों को स्नान में ब्लीच की कम जरूरत हो सकती है.
2. भिगोने का समय: ब्लीच बाथ में भिगोने का समय आमतौर पर लगभग दस मिनट है. इस समय के दौरान अपने प्रभावित षेत्रों को धीरे से थपथपाएं या पानी में डुबोएं. त्वचा को जोर से रगड़ने से बचें, क्योंकि इससे त्वचा में और जलन या क्षति हो सकती है.
3. अच्छी तरह से धोएं: भिगोने के समय के बाद अपने शरीर से ब्लीच के घोल को ठंडे पानी से सावधानीपूर्वक धो लें. ब्लीच के सभी निशान हटाएं, क्योंकि त्वचा पर बचे ब्लीच के अवशेष जलन पैदा कर सकते हैं.
4. मॉइस्चराइजर: बाथ के बाद तुरंत अपनी त्वचा पर मॉइस्चराइजर या इमोलिएंट लगाएं, जबकि स्किन अभी भी थोड़ी नम हो. यह नमी को बनाए रखने और हाइड्रेशन बनाए रखने में मदद करता है, जो एक्जिमा मैनेजमेंट के लिए जरूरी है.
5. फ्रीक्वेंसी: ब्लीच बाथ की फ्रीक्वेंसी आपकी स्थिति के आधार पर अलग हो सकती है. आमतौर पर इन्हें हफ्ते में दो से तीन बार किया जाता है, लेकिन यह अलग हो सकता है.
6. मॉनिटरिंग और फॉलोअप: ब्लीच बाथ के बाद स्किन पर क्या रिएक्शन होता है ये नोट करना जरूरी है. अगर आपको कोई बढ़ी हुई लालिमा, जलन या असुविधा दिखाई देती है, तो स्नान बंद कर दें और अपने त्वचा विशेषज्ञ से बात करें.
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