Healthy Cooking Tips: अक्सर हम यह मान लेते हैं कि जो खाना घर में बनता है, वह अपने आप ही सेहतमंद होता है. बाहर का जंक फूड, होटल का तला-भुना खाना और पैकेटबंद चीजें नुकसानदेह लगती हैं, लेकिन घर का खाना हमें सुरक्षित महसूस कराता है. यही वजह है कि जब सेहत बिगड़ती है, तो हम खाने की तरफ उंगली उठाने के बजाय तनाव, मौसम या उम्र को दोष देने लगते हैं. लेकिन सच यह है कि घर का खाना भी तब नुकसानदेह बन सकता है, जब उसे गलत तरीके से पकाया या खाया जाए.
एफएमआरआई (FMRI) गुड़गांव में हेड क्लिनिकल न्यूट्रिशन डॉ. दीप्ति खटूजा बताती हैं कि आजकल उनकी ओपीडी में ऐसे कई मरीज आते हैं, जो घर का बना खाना ही खाते हैं, फिर भी मोटापा, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, एसिडिटी और थकान जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. वजह एक ही है खाने की क्वालिटी नहीं, बल्कि खाने की गलत आदतें और कुकिंग की छोटी-छोटी गलतियां.
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सबसे बड़ी गलती: "घर का है, जितना चाहें खा सकते हैं"
डॉ. दीप्ति खटूजा के मुताबिक, सबसे आम सोच यही है कि घर का बना खाना नुकसान नहीं करता, इसलिए मात्रा पर ध्यान देने की जरूरत नहीं. लेकिन, ज्यादा तेल, ज्यादा घी, बार-बार रिफाइंड कार्ब्स और मीठा अगर रोज खाया जाए, तो वही घर का खाना धीरे-धीरे बीमारी की जड़ बन सकता है.
क्या करें?
घर का खाना खाते समय भी पोर्शन कंट्रोल जरूरी है. थाली में सब्जी, दाल, अनाज और सलाद का संतुलन रखें.
तेल और घी का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल
घर में खाना स्वादिष्ट बनाने के चक्कर में तेल और घी अक्सर जरूरत से ज्यादा डाल दिया जाता है. डॉ. दीप्ति कहती हैं कि रोजाना ज्यादा फैट लेने से वजन बढ़ता है, लिवर पर दबाव पड़ता है और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है.
क्या करें?
- एक दिन में तेल-घी की मात्रा सीमित रखें.
- डीप फ्राई की बजाय उबालना, भाप में पकाना या हल्का भूनना अपनाएं.
सब्जियों को जरूरत से ज्यादा पकाना
अक्सर सब्जियों को तब तक पकाया जाता है जब तक वे पूरी तरह गल न जाएं. इससे उनका स्वाद तो बदल जाता है, लेकिन पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. लंबे समय तक ऐसा खाना खाने से शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल नहीं मिल पाते.
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क्या करें?
सब्जियों को हल्का पकाएं ताकि रंग, स्वाद और पोषण बना रहे.
गलत समय पर खाना
डॉ. दीप्ति खटूजा बताती हैं कि देर रात भारी खाना खाना, सुबह नाश्ता छोड़ना और घंटों भूखे रहना भी घर के खाने को नुकसानदेह बना देता है. इससे पाचन बिगड़ता है और शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव होता है.
क्या करें?
- समय पर नाश्ता करें.
- रात का खाना हल्का और जल्दी लें.
- खाने के बीच लंबा गैप न रखें.
फाइबर और प्रोटीन की कमी
घर की थाली में अक्सर रोटी-चावल ज्यादा और सब्जी, दाल या प्रोटीन कम होता है. इससे पेट तो भर जाता है, लेकिन शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता.
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क्या करें?
हर मील में हरी सब्जियां, दाल, दही, पनीर या अंकुरित अनाज जरूर शामिल करें.
सेहतमंद खाना बनता है सही आदतों से
डॉ. दीप्ति खटूजा का साफ कहना है कि घर का खाना तभी दवा बनता है, जब उसे सही मात्रा, सही तरीके और सही समय पर खाया जाए. वर्ना वही खाना धीरे-धीरे बीमारी की वजह भी बन सकता है.
(यह लेख हेड क्लिनिकल न्यूट्रिशन, FMRI गुड़गांव की डॉक्टर दीप्ति खटूजा से बातचीत पर आधारित है.)
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














