
PM Internship Scheme: प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के तहत पिछले साल होने वाल इंर्टनशिप के लिए 1.53 लाख ऑफर आए थे. लेकिन इन ऑफर में से केवल 6 प्रतिशत लोगों ने ही कंपनी जॉइन किया. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. सरकार ने 2024-25 के केंद्रीय बजट में यह योजना शुरू की थी ताकि पांच वर्षों के भीतर शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जा सकें. इस योजना का पायलट प्रोजेक्ट 3 अक्टूबर, 2024 को शुरू किया गया था, जिसका लक्ष्य एक वर्ष में युवाओं को 1.25 लाख इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना था.
पीएमआईएस राउंड वन रिपोर्ट
PMIS के पहले दौर में, कंपनियों ने 1.27 लाख से अधिक इंटर्नशिप के लिए ऑफर दिए थे. लगभग 6.21 लाख से अधिक आवेदन मिले थे. साझेदार कंपनियों ने 60,000 से अधिक उम्मीदवारों को 82,000 से अधिक इंटर्नशिप ऑफर दिया था, जिनमें से 28,000 से अधिक उम्मीदवारों ने इंटर्नशिप में शामिल होने के प्रस्ताव स्वीकार कर लिए और 8,700 से अधिक उम्मीदवार इंटर्नशिप में शामिल हुए. 9 जनवरी, 2025 को शुरू की गई पीएम इंटर्नशिप योजना पायलट परियोजना के दूसरे दौर में लगभग 327 कंपनियों ने भाग लिया था, जिसमें से सामूहिक रूप से देश भर के 735 जिलों में 1.18 लाख से अधिक इंटर्नशिप के अवसर दिए गए थे.
सेकेंड फेज में 71,000 से ज़्यादा इंटर्नशिप ऑफर मिले
इस दौर में 2.14 लाख से ज़्यादा इच्छुक इंटर्न्स से 4.55 लाख से ज़्यादा आवेदन प्राप्त हुए. 17 जुलाई, 2025 तक, कंपनियों ने 71,000 से ज़्यादा इंटर्नशिप ऑफर दिए हैं, जिनमें से 22,500 से ज़्यादा स्वीकार किए जा चुके हैं. ऑफर रोल-आउट और इंटर्न ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया अभी चल रही है. पीएमआईएस पायलट परियोजना के अंतर्गत अपनी प्रोफाइल और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या पहले फेज में 3.38 लाख से अधिक तथा सेकेंड फेज में 3.46 लाख से अधिक है.
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