भारत और न्यूजीलैंड के बीच 9 महीने की रिकॉर्ड तोड़ बातचीत के बाद, दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर अपनी मुहर लगा दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने फोन पर बातचीत के दौरान इस 'ऐतिहासिक और महत्वाकांक्षी' समझौते की घोषणा की है. यह डील न केवल व्यापार, बल्कि भारतीय युवाओं और छात्रों के करियर के लिए भी गेम-चेंजर साबित होने वाली है.
जानिए इस समझौते की जरूरी बातें
इस समझौते के तहत, न्यूजीलैंड अगले 15 सालों में भारत में 20 बिलियन यानी लगभग ₹1.6 लाख करोड़ से अधिक का भारी निवेश करेगा यह निवेश भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था में तेजी होगी.
भारतीय छात्रों और प्रोफेशनल्स की हुई 'बल्ले-बल्ले'
इस FTA का सबसे बड़ा फायदा उन भारतीय युवाओं को मिलेगा जो न्यूजीलैंड में पढ़ाई करना चाहते हैं या वहां करियर बनाना चाहते हैं. अब पढ़ाई पूरी करने के बाद घर लौटने की जल्दबाजी नहीं होगी, बल्कि वहां रुककर काम करने के शानदार ऑप्शन मिलेंगे. जैसे आप विज्ञान (Science), टेक्नोलॉजी (Technology), इंजीनियरिंग (Engineering) और गणित (Math) में ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन कर चुके तो वे छात्र 3 साल तक का पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा ले सकते हैं. पीएचडी (PhD) स्कॉलर्स यानी डॉक्टरेट करने वाले छात्रों के लिए यह अवधि बढ़ाकर 4 साल कर दी गई है. अब भारतीय छात्रों को वहां नौकरी खोजने और प्रोफेशनल अनुभव लेने के लिए किसी 'नंबर लिमिट' (Quota) की चिंता नहीं करनी होगी.
वीजा नियमों में मिली बड़ी राहत
भारतीय युवाओं के लिए ग्लोबल एक्सपोजर आसान बनाने के लिए कई नई व्यवस्थाएं की गई हैं. वर्किंग हॉलिडे वीजा से युवाओं को न्यूजीलैंड घूमने के साथ-साथ वहां काम करने का भी मौका मिलेगा. स्पेशल वीजा व्यवस्था के तहत भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए एंट्री और रुकने के नियमों को काफी आसान बनाया गया है. स्टडी के दौरान काम करने के मौके मिलेंगे.
ये भी पढ़ें-यूपी के स्कूलों में छात्रों का अखबार पढ़ना जरूरी, रोजाना करने होंगे ये काम
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं