विराट कोहली के शानदार प्रदर्शन के बावजूद आरसीबी आईपीएल 2018 के प्लेऑफ में स्थान नहीं बना सकी
खास बातें
- टीम इंडिया के कप्तान के रूप में लगातार कामयाबी हासिल कर रहे विराट
- मैदान के बाहर कप्तान कौन तो विराट बोले-निश्चित रूप से अनुष्का
- कहा-वह जिंदगी में सही फैसले लेती है, मेरी ताकत है
विराट कोहली ने कप्तान के रूप में टीम इंडिया को नई ऊंचाई प्रदान की है. उनके कुशल नेतृत्व में भारतीय टीम ने विदेशी मैदानों पर भी अपनी सफलता का परचम लहराया है. विराट का सबसे मजबूत पक्ष यह है कि कप्तानी के दबाव में उनकी बल्लेबाजी जरा भी प्रभावित नहीं हुई है. इसके एकदम उलट कप्तानी करते हुए विराट का बल्लेबाजी प्रदर्शन और निखरकर सामने आया है. विराट इस समय अपने बल्ले से रनों का अंबार लगा रहे हैं. अपनी जोरदार बल्लेबाजी से वे विपक्षी गेंदबाजों के लिए मुश्किल का सबब बन चुके हैं. टीम इंडिया के कप्तान के रूप में बढ़-चढ़कर चमक दिखाने वाले विराट ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उनकी पत्नी और बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा घर की 'कप्तान' हैं. इंटरव्यू करने वाले ने जब यह पूछा कि मैदान के बाहर (off the field)कप्तान कौन है तो विराट ने मुस्कुराकर कहा, 'निश्चित रूप से, वह (अनुष्का). वह जिंदगी में सारे सही फैसले लेती है. वह मेरी ताकत है. वह हमेशा मुझे सकारात्मक मानसिकता से लबरेज रखती है.' टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, 'आप अपने लाइफ पार्टनर से यही चाहते हैं. मैं इसके लिए उसका शुक्रगुजार हूं.'
विराट ने कहा कि अनुष्का खेल को लेकर बेहद जुनूनी है. हम न सिर्फ खेल बल्कि सभी खिलाड़ियों की भावनाओं को समझती है. मेरी राय में यह सबसे अच्छी बात है. गौरतलब है कि विराट और अनुष्का शर्मा पिछले साल दिसंबर में इटली में आयोजित एक समारोह में विवाह बंधन में बंधे थे. बाद में इन दोनों का रिसेप्शन दिल्ली और मुंबई में आयोजित हुआ था. आईपीएल 2018 में विराट, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के कप्तान थे. हालांकि आरसीबी की ओर से वे बल्लेबाज के रूप में तो सफल रहे लेकिन कप्तान के रूप में प्रशंसकों की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके.
विराट ने टूर्नामेंट के 14 मैचों में 48.18 के औसत से 530 रन बनाए थे. विराट के बल्ले से इस शानदार प्रदर्शन के बावजूद आरसीबी आईपीएल 2018 के प्लेऑफ में स्थान बनाने में नाकाम रही. टूर्नामेंट के अपने 14 मैचों में से आरसीबी छह मैचों में ही जीत हासिल कर पाई जबकि आठ मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा. टीम के 12 अंक रहे जो अगले दौर में स्थान बनाने के लिहाज से नाकाफी साबित हुए.