नयी दिल्ली:
पश्चिम बंगाल बोर्ड ने 10वी कक्षा ( West Bengal Board Of Secondary Education Examination-2016 ) का रिजल्ट घोषित कर दिया है। छात्र अपना रिजल्ट www.wbresults.nic.in या www.wbbse.org पर लॉग इन कर देख सकते हैं।
छात्रों को वेबासइट पर जाकर West Bengal Board Of Secondary Education Examination-2016 पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने पर नई विंडो खुलेगी। यहां आपको अपना रोल नंबर, नंबर और जन्मतिथि का उल्लेख करना होगा। समिट करने पर आपका रिजल्ट आ जाएगा।
10वीं की परीक्षा 1 फरवरी से 10 अप्रैल 2016 तक आयोजित की गई थी। ‘माध्यमिक’ के तौर पर जानी जाने वाली 10वीं की परीक्षा में करीब 11.4 लाख विद्यार्थी शामिल हुए जिसमें से 54.59 प्रतिशत लड़कियां थीं। परीक्षा में शीर्ष पायदान पर कूच बिहार में मथभंग हाई स्कूल के सौविक बारमम रहे जिन्होंने 700 में से 683 अंक प्राप्त किए। शीर्ष 10 की सूची में कोलकाता से एक भी विद्यार्थी नहीं रहा।
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के प्रशासक डाक्टर कल्याणमय गांगुली ने कहा कि हालांकि कुल महिला विद्यार्थियों में से केवल 79.62 प्रतिशत ही परीक्षा पास कर सकीं, जबकि उत्तीर्ण हुए पुरष विद्यार्थियों का प्रतिशत 86.34 रहा। राज्य में महिला विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को लेकर अधिकारी खुश हैं।
गांगुली ने कहा, यह तथ्य इस बात का संकेत देता है कि समाज के सभी वर्गों के लोगों में न केवल लड़कियों को स्कूल भेजने की ललक बढ़ रही है, बल्कि लोग उन्हें कम से कम माध्यमिक स्तर तक पढ़ाना भी चाह रहे हैं। इसके अलावा, परीक्षा में कुल 1,67,561 मुस्लिम लड़कियां शामिल हुईं, जबकि लड़कों की तादाद 1,04,989 रही।
छात्रों को वेबासइट पर जाकर West Bengal Board Of Secondary Education Examination-2016 पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने पर नई विंडो खुलेगी। यहां आपको अपना रोल नंबर, नंबर और जन्मतिथि का उल्लेख करना होगा। समिट करने पर आपका रिजल्ट आ जाएगा।
10वीं की परीक्षा 1 फरवरी से 10 अप्रैल 2016 तक आयोजित की गई थी। ‘माध्यमिक’ के तौर पर जानी जाने वाली 10वीं की परीक्षा में करीब 11.4 लाख विद्यार्थी शामिल हुए जिसमें से 54.59 प्रतिशत लड़कियां थीं। परीक्षा में शीर्ष पायदान पर कूच बिहार में मथभंग हाई स्कूल के सौविक बारमम रहे जिन्होंने 700 में से 683 अंक प्राप्त किए। शीर्ष 10 की सूची में कोलकाता से एक भी विद्यार्थी नहीं रहा।
पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के प्रशासक डाक्टर कल्याणमय गांगुली ने कहा कि हालांकि कुल महिला विद्यार्थियों में से केवल 79.62 प्रतिशत ही परीक्षा पास कर सकीं, जबकि उत्तीर्ण हुए पुरष विद्यार्थियों का प्रतिशत 86.34 रहा। राज्य में महिला विद्यार्थियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को लेकर अधिकारी खुश हैं।
गांगुली ने कहा, यह तथ्य इस बात का संकेत देता है कि समाज के सभी वर्गों के लोगों में न केवल लड़कियों को स्कूल भेजने की ललक बढ़ रही है, बल्कि लोग उन्हें कम से कम माध्यमिक स्तर तक पढ़ाना भी चाह रहे हैं। इसके अलावा, परीक्षा में कुल 1,67,561 मुस्लिम लड़कियां शामिल हुईं, जबकि लड़कों की तादाद 1,04,989 रही।
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