कोविड-19 महामारी (COVID pandemic) के कारण हुए समय के नुकसान को देखते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) ने उच्च शिक्षण संस्थानों को छात्रों के कार्यो की समीक्षा करने के बाद एमफिल/पीएचडी (MPhil/PhD) के शोध पत्र (thesis) जमा करने की अवधि 30 जून से छह महीने के लिए बढ़ाने को मंजूरी दी है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने यह जानकारी दी.
कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘कोविड अवधि के दौरान समय के नुकसान को देखते हुए यूजीसी ने इस बात की मंजूरी दी है कि उच्च शिक्षण संस्थान (एचईआई) छात्रों के कार्यो की समीक्षा करने के बाद प्रकरण दर प्रकरण एमफिल/पीएचडी के लिए शोध पत्र (थीसिस) जमा करने की अवधि को 30 जून से छह महीने के लिए बढ़ा सकते हैं.''
इस संबंध में छह मई 2022 को हुई बैठक में यूजीसी ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसके तहत किसी छात्र को एमफिल/पीएचडी के लिये शोध पत्र (थीसिस) जमा करने के लिये 30 जून के बाद छह महीने का समय दिया जा सकता है. यह शोध परामर्श समिति द्वारा छात्रों के कार्यो की समीक्षा करने और प्रत्येक मामले में विभागाध्यक्ष और निरीक्षक की सिफारिश के आधार पर होगा.
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