राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को शिक्षक दिवस (Teachers' Day) के अवसर पर विज्ञान भवन में 46 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार (National Teachers Award) से सम्मानित किया. पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, राजस्थान और झारखंड के शिक्षकों को उनके नवाचार और कक्षाओं को रुचिकर बनाने के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अधिकारियों ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित होने वाले एक आर्मी स्कूल के शिक्षक को भी पुरस्कार विजेताओं की सूची में शामिल किया गया है. राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार को इस विशेष अवसर पर देश के कुछ बेहतरीन शिक्षकों के अद्भुत योगदान के लिए दिया जाता है. पुरस्कार प्राप्त करने वालों में हरियाणा के मोहनपुर के गवर्मेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के राजेश कुमार, हिमाचल प्रदेश के चंबा के गवर्मेट ब्वॉयज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विकास महाजन, जम्मू एवं कश्मीर में लहारी के गवर्मेट अपर प्राइमेरी स्कूल के गुरनाम सिंह, राजस्थान के बनेरा के स्वामी विवेकानंद गर्वमेट स्कूल की कलप्ना शर्मा, मध्यप्रदेश के रतलाम के गवर्मेट हायर सेकेंडरी स्कूल ऑफ एक्सेलेंस के ललित मेहता, दिल्ली के शहीद भाई बाल मुकुंद गवर्मेट सर्वोदय विद्यालय के देवेंद्र कुमार, दमन व दीव के गवर्मेट अपर प्राइमरी स्कूल भीमपोरे आश्रमशाला के शांतनुभाई पटेल और गोवा के कारमेल हायर सेकेंडरी की आर.सी. सुवर्णा शामिल हैं.
President Kovind presents National Awards to meritorious teachers on the occasion of Teachers' Day; says the main objective of education is to make the student a good human being. And teachers do so by instilling honesty, discipline and integrity in their students. pic.twitter.com/oou511QrJF
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 5, 2019
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर के सैनिक स्कूल के अंग्रेजी के शिक्षक बिजय कुमार पांडेय और मुंबई के ऑटोमोटिव एनर्जी सेंट्रल स्कूल के जुबिन गोयल को पुरस्कार दिया गया. पुरस्कार विजेताओं में केंद्रीय विद्यालय के दो शिक्षक भी शामिल हैं. कर्नाटक के केंद्रीय विद्यालय एमईजी के अय्यर रेवाथी राजाराम और असम के खानपारा के केंद्रीय विद्यालय के रेमया परमेश्वर अय्यर को पुरस्कार दिया गया है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए 6 मई से 25 जून के बीच नामांकन मांगे थे, जिसके तहत तीन स्तरीय प्रक्रिया के बाद शिक्षक इस पुरस्कार के लिए चयनित किए गए. शिक्षकों को पहले खुद को ऑनलाइन नामांकित करना होता है जिसके बाद जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की समिति उनका चयन करती है.
नामांकित शिक्षक एक वरिष्ठ शिक्षाविद् वाली स्वतंत्र ज्यूरी के समक्ष प्रस्तुति देते हैं. इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के तहत एक सिलवर मेडल, सर्टिफिकेट और 50,000 रुपये की राशि दी जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के अपने 36 घंटे के दौरे से पहले इन शिक्षकों से बातचीत की थी. मोदी ने गुरुवार सुबह ट्वीट कर कहा, "शिक्षक दिवस की सभी को बधाई. भारत एक असाधारण शिक्षक और गुरु डॉ. राधाकृष्णन की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि देता है."
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