छात्रों में गणित के प्रति रुचि पैदा करने की जरूरत
नई दिल्ली:
महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की 128वीं जयंती के मौके पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने के लिए चर्चित संस्थान पटना के सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा कि गणित विषय में छात्रों की रुचि विकसित करने के लिए भरपूर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि गणित प्रकृति के काफी करीब है।
सुपर 30 संस्थान में इस मौके पर मंगलवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारत को युवाओं के देश के रूप में जाना जाता है, लेकिन गणित के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की वैसी पहचान नहीं बन पाई है, जैसी बननी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि आने वाले भविष्य में भारत का 'मैथमेटिकल ओलंपियाड' में अगर बेहतर प्रदर्शन होता है, तब यह महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी।
गणितज्ञ आनंद ने कहा कि छात्रों में गणित के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए प्रारंभिक स्तर से ही प्रयास शुरू होनी चाहिए।
'मैथमेटिकल शो' की जरूरत
उन्होंने टेलीविजन चैनलों पर गणित विषय पर किसी शो का आयोजन नहीं होने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अगर कोई चैनल कोई अच्छा 'मैथमेटिकल शो' प्रसारित करता है, तब उसके जरिये भी बच्चों में गणित के प्रति प्रेम बढ़ाया जा सकता है।
यहां भी है अवसर: IGNTU में क्लर्क, असिस्टेंट, लाइब्रेरियन, पीआरओ, ट्रांसलेटर समेत कई पदों पर भर्तियां
उन्होंने राज्य तथा केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार करे, ताकि भारत के गणित के क्षेत्र की गरिमा बरकरार रह सके।
रामानुजम का जन्म 22 दिसंबर 1887 को तमिलनाडु के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता श्रीनिवास अयंगर एक साड़ी की दुकान में मुंशी का काम किया करते थे और उनकी मां घर संभालती थीं।
गरीब परिवार में जन्मे रामानुजम को कई बार शिक्षाग्रहण करने के दौरान ही कई पुरस्कारों से नवाजा गया था।
सुपर 30 संस्थान में इस मौके पर मंगलवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में भारत को युवाओं के देश के रूप में जाना जाता है, लेकिन गणित के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की वैसी पहचान नहीं बन पाई है, जैसी बननी चाहिए।
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उन्होंने कहा कि आने वाले भविष्य में भारत का 'मैथमेटिकल ओलंपियाड' में अगर बेहतर प्रदर्शन होता है, तब यह महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन को सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी।
गणितज्ञ आनंद ने कहा कि छात्रों में गणित के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए प्रारंभिक स्तर से ही प्रयास शुरू होनी चाहिए।
'मैथमेटिकल शो' की जरूरत
उन्होंने टेलीविजन चैनलों पर गणित विषय पर किसी शो का आयोजन नहीं होने पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि अगर कोई चैनल कोई अच्छा 'मैथमेटिकल शो' प्रसारित करता है, तब उसके जरिये भी बच्चों में गणित के प्रति प्रेम बढ़ाया जा सकता है।
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उन्होंने राज्य तथा केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस विषय पर गंभीरता से विचार करे, ताकि भारत के गणित के क्षेत्र की गरिमा बरकरार रह सके।
रामानुजम का जन्म 22 दिसंबर 1887 को तमिलनाडु के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता श्रीनिवास अयंगर एक साड़ी की दुकान में मुंशी का काम किया करते थे और उनकी मां घर संभालती थीं।
गरीब परिवार में जन्मे रामानुजम को कई बार शिक्षाग्रहण करने के दौरान ही कई पुरस्कारों से नवाजा गया था।
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