Super 30 in korea: सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार (Anand Kumar) को 2024 के लिए दक्षिण कोरिया पर्यटन (South Korea tourism) का मानद राजदूत (Honorary Ambassador) नियुक्त किया गया है. नई दिल्ली में बुधवार को आनंद कुमार ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. आनंद कुमार जल्द ही कोरिया पर्यटन संगठन (केटीओ), सियोल कार्यालय में आधिकारिक पदनाम समारोह में भाग लेने के लिए दक्षिण कोरिया भी जाएंगे. केटीओ के भारत और सार्क देशों के क्षेत्रीय निदेशक म्योंग किल यूं ने कहा, ''आनंद कुमार, अपनी सुपर 30 पहल के कारण दक्षिण कोरिया में काफी लोकप्रिय हैं, उन्होंने कोरियाई भाषा में अपने जीवन पर बेस्ड सेलर रही है. इसके अलावा बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन अभिनीत फिल्म ‘सुपर 30' आनंद कुमार के जीवन पर बनाई गई थी.''
कोरिया सुपर 30 के लिए नामांकन (Nomination for Korea Super 30)
म्योंग किल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आनंद कुमार की अग्रणी पहल प्रतिभाशाली छात्रों को दक्षिण कोरिया द्वारा पेश किए जाने वाले अवसरों का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगी. उन्होंने कहा कि यह भारतीयों, विशेष रूप से 14-18 आयु वर्ग के छात्रों को कोरिया की जीवंत संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और रमणीय व्यंजनों का पता लगाने का अवसर प्रदान करेगा, जो स्थायी यादें बनाएगा. उन्होंने कहा कि पैरेंटस भी आवेदन पत्र भरकर अपने बच्चों को कोरिया सुपर 30 कार्यक्रम के लिए नामांकित कर सकते हैं.
कोरिया सुपर 30 यात्रा पैकेज (Korea Super 30 Tour Package)
कोरिया पर्यटन के मानद राजदूत के रूप में आनंद कुनार का चयन सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से कोरिया के साथ संबंधों को बढ़ावा देने और छात्रों के लिए रास्ते खोलने के लिए महत्वपूर्ण है. कोरिया ने युवा छात्रों को बिना किसी परेशानी के देश की यात्रा करने और अवसरों का पता लगाने और संस्कृति से परिचित होने के लिए कोरिया सुपर 30 यात्रा पैकेज भी पेश किया है.
भारत के शिक्षकों का सम्मान (Honoring Indian teachers)
आनंद कुमार ने कहा कि आधुनिक समय में छात्रों को तकनीकी रूप से उन्नत देश के बारे में बहुत जरूरी जानकारी देने के लिए यह एक अच्छी पहल है. उन्होंने कहा, "मेरे लिए, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छात्र विनिमय कार्यक्रम का हिस्सा बनना एक नया अनुभव होगा. आधुनिक समय में, दूरी मायने नहीं रखती. मैं इस नए अभियान का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं."
आनंद कुमार ने कहा कि कोरियाई पर्यटन का मानद राजदूत बनना शिक्षक आनंद की पहचान नहीं है, बल्कि भारत के सभी शिक्षकों की पहचान है. उन्होंने कहा, "यह दक्षिण कोरिया जैसे शैक्षिक रूप से उन्नत देश द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले सम्मान को भी दर्शाता है."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं