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Success Story: रेलवे स्टेशन पर फ्री Wi-Fi से पढ़कर एक कुली बना IAS, दिल छू जाएगी ऑफिसर की कहानी

सक्सेस स्टोरी में बात एक ऐसे शख्स की जिन्होंने रेलवे स्टेशन की फ्री वाई-फाई से पढ़ाई कर यूपीएससी की परीक्षा पास की.

Success Story: रेलवे स्टेशन पर फ्री Wi-Fi से पढ़कर एक कुली बना IAS, दिल छू जाएगी ऑफिसर की कहानी
नई दिल्ली:

Success Story: कुछ कहानिया ऐसी होती हैं, जिसके बारे में सुनकर भरोसा ही नहीं होता है, कि ऐसा भी हो सकता है. लेकिन इस दुनिया में भांति-भांति के लोग है. ऐसे लोगों की वजह से ये कहावत साबित होती है कि इमानदारी से मेहनत करने से क्या नहीं मिलता. आज सक्सेस स्टोरी की सीरीज में हम बात करेंगे ऐसे शख्स की जिन्होंने वो कर दिखाया जो किसी ने सोचा भी नहीं था. ये कहानी है केरल के मुन्नार के रहने वाले श्रीनाथ के की. 

मोबाइल का  सही इस्तेमाल कर किया सपना  पूरा

कहा जाता है कि मोबाइल फोन आज के समय में डिस्ट्रैक्शन का सबसे बड़ा कारण है. लेकिन अगर इसका सही इस्तेमाल किया जाए तो यह न सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों के लिए भी बहुत फायदेमंद हो सकता है. इस बात को साबित किया है एक कुली ने,जिन्होंने सिर्फ अपने मोबाइल फोन के जरिए UPSC सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की. यह कहानी उनके आत्मविश्वास और मेहनत की मिसाल है, जो हम सभी के लिए प्रेरणादायक हो सकती है.

बेटी से मिली यूपीएससी की तैयारी की प्रेरणा

एबीपी की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीनाथ के, केरल के मुन्नार के रहने वाले हैं और वे पहले एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन पर कुली का काम करते थे.  मीडिल क्लास परीवार से आने वाले श्रीनाथ के अपने घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे. एक दिन उन्हें महसूस हुआ कि उनका काम परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए काफी नहीं है. उस समय उनकी एक साल की बेटी थी, और वे चाहते थे कि उसकी जिंदगी बेहतर हो. इस सोच ने श्रीनाथ को कुछ अलग करने की प्रेरणा दी.

काम के साथ-साथ शुरू की UPSC की तैयारी

उन्होंने अपने काम के घंटों में सुधार करने के लिए रात की शिफ्ट में काम करना शुरू किया, जिससे उनकी आमदनी 400-500 रुपये से बढ़कर अधिक हो गई. लेकिन उन्हें संतुष्टि नहीं मिल रही थी, और फिर एक दिन उनके मन में UPSC सिविल सर्विसेज की तैयारी करने का ख्याल आया. लेकिन एक बड़ी समस्या थी - उनके पास कोचिंग क्लासेस या ट्यूशन के लिए पैसे नहीं थे. हालांकि, उन्होंने अपने सपने को छोड़ने का नाम नहीं लिया.उन्होंने अपने पास जो साधन थे, उनका उपयोग करने का फैसला किया और एक नए रास्ते पर चलने की ठानी.

रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त WiFi सुविधा शुरू हुई थी.इस पहल का फायदा उठाते हुए श्रीनाथ ने अपने मोबाइल फोन से पढना शुरू किया और UPSC की तैयारी शुरू की. रेलवे स्टेशन पर काम करते हुए भी वे ऑनलाइन लेक्चर सुनते थे और पढ़ाई करते थे. उनके पास स्मार्टफोन था और फ्री WiFi था. श्रीनाथ ने KPSC (केरल पब्लिक सर्विस कमीशन) परीक्षा पास की, और इसके बाद चौथे प्रयास में UPSC की परीक्षा भी पास की.

 उनका संघर्ष और मेहनत हर उस विद्यार्थी के लिए प्रेरणा है, जो कई प्रयासों के बाद निराश महसूस करता है. उनकी सफलता यह साबित करती है कि अगर मेहनत और समर्पण हो, तो कोई भी मुश्किल सफलता में रुकावट नहीं डाल सकती.

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