नयी दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों से आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) विषयों के तहत पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने को कहा है.
यूजीसी ने यह भी कहा कि इन विषयों में अनुसंधान के लिए स्थापित केन्द्रीय परिषदें हर साल पीएचडी करने के लिए 200 विद्यार्थियों को प्रायोजित करेंगी.
सभी केन्द्रीय विश्वविद्यालयों को लिखे एक पत्र में यूजीसी के सचिव जसपाल एस. संधू ने कहा है कि सरकार ने इस आयोग को इस संबंध में एक परामर्श जारी करने को कहा है.