भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर के 65वें सालाना दीक्षांत समारोह में उस समय सन्नाटा छा गया, जब केंद्रीय मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने अपने संबोधन में दावा किया कि राम सेतु को भारतीय इंजीनियरों ने बनाया था. पोखरियाल ने मंगलवार को खचाखच भरे सभागार में कहा, "कोई इस तथ्य से इंकार कर सकता है कि हमारे देश में विकसित प्रौद्योगिकी थी और महान इंजीनियर थे? अगर आप राम सेतु की बात करें, तो क्या इसे जर्मनी या अमेरिका के इंजीनियरों ने बनाया था? इसे भारतीय इंजीनियरों ने बनाया था."
उनकी इस बात पर दर्शकों में सन्नाटा छा गया. जब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो मंत्री ने कहा, "ठीक है, सही है? बताइए न. आप चुप क्यों हैं?" तब दर्शकों की ओर से हल्की ताली बजाई गई. इसके बाद दर्शकों के मूड को भांपते हुए पोखरियाल ने कहा कि जब हम अपने अतीत के गौरव के बारे में बात करते हैं, तो लोग मजाक उड़ाते हैं, लेकिन हमारे देश के पास ज्ञान था और हमारा कर्तव्य है कि हम इसका व्यवहारिक उपयोग करें.
जब संवादाताओं ने पोखरियाल से राम सेतु के संबंध में पूछा तो मंत्री ने कहा, "जब मैं अतीत के गौरव की बात करता हूं तो वास्तव में मैं छात्रों से इन विषयों पर ताजा शोध करने का आग्रह करता हूं." इस समारोह में 2,802 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई, जिसमें 372 डॉक्टरेट डिग्री थी.
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