
QS World University Rankings 2023: देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) और जामिया मिलिया इस्लामिया ( Jamia Millia Islamia) क्यूएस विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग में फिसल गए हैं. वहीं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान 11 स्थान ऊपर 174वें पायदान पर पहुंच गया है. वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्वाक्वेरेली साइमंड्स (क्यूएस) ने गुरुवार को विश्वविद्यालय के प्रदर्शन के बारे में दुनिया के सबसे लोकप्रिय तुलनात्मक आंकड़ों का 19वां संस्करण जारी किया. ये भी पढ़ें ः QS World University Rankings 2023: क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग में भारत के 41 यूनिवर्सिटी, ISS बेंगलुरु भारतीय संस्थानों में अग्रणी
दिल्ली विश्वविद्यालय जिसकी गिनती देश के 10वां सर्वश्रेष्ठ भारतीय विश्वविद्यालयों में होती है, वह इस रैंकिंग में अपने पहले के 501-510 सेक्शन से 521-530 कैटेगरी में आ गया है. वहीं जेएनयू की रैंकिंग जो पहले 561-570 के बीच थी, वह घटकर 601-650 ब्रैकेट में आ गई है. जामिया मिलिया इस्लामिया जो पिछले साल 751-800 के बीच था, वह अब 801-1000 के बीच आ गया है. रैंकिंग से पता चला है कि जामिया हमदर्द लास्ट एडिशन में 1001-1200 के बीच स्थान से गिर कर 1201-1400 ब्रैकेट में आ गया है. वहीं दिल्ली के बाहर के विश्वविद्यालयों में हैदराबाद विश्वविद्यालय (651-700 से 751-800 तक), जादवपुर विश्वविद्यालय (651-700 से 701-750 तक) और आईआईटी-भुवनेश्वर (701-750 से 801-1000) में गिरावट देखी गई है.
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc,Bengaluru) बेंगलुरु, प्रतिष्ठित क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों में सबसे तेजी से उभरता हुआ दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय है, जिसने 31 स्थान प्राप्त किए हैं, जबकि चार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) भी इस श्रेणी में शामिल हुए हैं. रैंकिंग के अनुसार, 13 भारतीय विश्वविद्यालयों ने विश्व स्तर पर अपने रीसर्च इम्पैक्ट में सुधार किया है. इसके विपरीत, भारतीय विश्वविद्यालयों में स्टूडेंट और फैकल्टी के अनुपात के आधार पर भी रैंकिंग में गिरावट आई है. केवल 4 ही यूनिवर्सिटी ऐसे हैं जहां स्टूडेंट और फैकल्टी के अनुपात में सुधार हुआ है.
हालांकि, पिछले संस्करण की तुलना में अब दो भारतीय विश्वविद्यालय फैकल्टी और स्टूडेंट अनुपाक के लिए टॉप 250 में शुमार हुए हैं. इस मीट्रिक में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाला सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एफएसआर के लिए 225 वां) और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (एफएसआर के लिए 235 वां) है, इसके बाद आईआईएससी बेंगलुरु (एफएसआर के लिए 276 वां) है.
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