कोझिकोड: कोयिलांडी में स्थित एक व्यवसायिक उच्च माध्यमिक स्कूल का एक टीचर कथित रूप से भारतीय इतिहास को ‘तोड़ मरोड़कर पेश किए गए’ संस्करण से युक्त किताब बांटने के लिए मुश्किलों में फंस गया. वडकरा के जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि किताबें बांटने के आरोपी शिक्षक के के मुरली के खिलाफ जांच की गई.
उप शिक्षा निदेशक ने कहा, ‘हमने कार्रवाई के लिए सार्वजनिक निर्देश निदेशक को जांच रिपोर्ट सौंप दी है.’ किताब आरएसएस से जुड़ी संस्था विद्या भारती द्वारा गत 21 अक्तूबर को करायी गई एक छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए संदर्भ सामग्री के रूप में इस्तेमाल करने के लिए थी. ‘संस्कृत ज्ञान परीक्षा’ पांचवीं से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए थी.
किताब के आवरण पर कथित रूप से ‘अखंड भारत’ दिखाने वाला एक नक्शा बना हुआ था जिसमें पाकिस्तान को इसका हिस्सा दिखाया गया था. किताब में छपी चीजों में यह बात शामिल थी कि राम मंदिर को गिराने के बाद अयोध्या में मस्जिद बनायी गई.
इसी तरह इसमें यह भी कहा गया कि मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा में मंदिर गिराने के बाद मस्जिद का निर्माण कराया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उप शिक्षा निदेशक ने कहा, ‘हमने कार्रवाई के लिए सार्वजनिक निर्देश निदेशक को जांच रिपोर्ट सौंप दी है.’ किताब आरएसएस से जुड़ी संस्था विद्या भारती द्वारा गत 21 अक्तूबर को करायी गई एक छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए संदर्भ सामग्री के रूप में इस्तेमाल करने के लिए थी. ‘संस्कृत ज्ञान परीक्षा’ पांचवीं से आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए थी.
किताब के आवरण पर कथित रूप से ‘अखंड भारत’ दिखाने वाला एक नक्शा बना हुआ था जिसमें पाकिस्तान को इसका हिस्सा दिखाया गया था. किताब में छपी चीजों में यह बात शामिल थी कि राम मंदिर को गिराने के बाद अयोध्या में मस्जिद बनायी गई.
इसी तरह इसमें यह भी कहा गया कि मुगल शासक औरंगजेब ने मथुरा में मंदिर गिराने के बाद मस्जिद का निर्माण कराया था.
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