JEE Main 2021: इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, जेईई मेन परीक्षा (JEE Main 2021) के लिए उपस्थित होने वाले छात्रों ने परीक्षा के दो सत्रों के बीच ज्यादा गैप की मांग की है.
जेईई मेन की अप्रैल और मई सत्र की परीक्षाएं, जो COVID-19 संकट के कारण समय पर आयोजित नहीं हो पाई थी, ऐसे में अब परीक्षा का आयोजन जुलाई-अगस्त में किया जाएगा. परीक्षा के दोनों सत्र 14 दिनों में पूरे किए जाएं.
When they can give 2 month gap to neet aspirants then why they can't give JEE aspirants atleast 15-20 days gap between the two attempts
— Priyanshu Mishra (@PriyanshuMisha4) July 12, 2021
What a rubbish decision is this from @EduMinOfIndia
We will not tolerate injustice,❗❗#JusticeForJEEAspirants @nsui @NSUIAssam @dpradhanbjp
आपको बता दें,6 जुलाई को जारी हुए नए शेड्यूल के अनुसार तीसरे सत्र की परीक्षाएं 20 से 25 जुलाई 2021 तक और चौथे सत्र की परीक्षाएं 27 जुलाई से 2 अगस्त 2021 तक आयोजित की जाएगी.
ऐसे में छात्रों को तीसरे और चौथे सत्र के बीच केवल एक दिन का ही गैप मिल रहा है. जिसकी वजह से छात्रों ने सत्र के बीच गैप बढ़ाने की मांग की है. जेईई मेन 13 भाषाओं में आयोजित किया जा रहा है.
If NEET can be conducted in the month of September, why not JEE MAIN?
— Sweety (@Sweety63584963) July 12, 2021
Totally, an unfair decision!
We demand POSTPONEMENT of the Exam!
Conduct it in the month of September!!!!!!
Government must listen our voice.#JusticeForJEEAspirants pic.twitter.com/ZeVeU1pJvl
जेईई मेन के पहले दो सत्र फरवरी और मार्च में आयोजित किए गए थे. फरवरी सत्र की परीक्षा 23 से 26 फरवरी तक आयोजित की गई थी, और मार्च सत्र की परीक्षा 16 से 18 मार्च तक आयोजित की गई थी, जिसमें छात्रों को दो सत्रों के बीच 15 दिनों से अधिक का गैप दिया गया था.जेईई मेन अप्रैल और मई सत्र की परीक्षाओं के पहला शेड्यूल, जिन्हें बाद में स्थगित कर दिया गया था, सत्रों के बीच लगभग एक महीने का अंतर था.
JEE Mains 3rd & 4th attempts are clashing with others exams like board, universities entrance and many others exams. NSUI demands new dates for JEE mains exam.#JusticeForJEEAspirants
— NSUI Mumbai (@NSUIMumbai) July 12, 2021
बढ़ाई गई परीक्षा केंद्रों की संख्या
जेईई मेन परीक्षा कोरोना काल में आयोजित की जा रही है, ऐसे में परीक्षा के दौरान केंद्रों की संख्या दोगुनी से अधिक कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा जाए. इस साल अंडरग्रेजुएशन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा चार सत्रों में आयोजित की जा रही है. पहले दो सत्र - फरवरी और मार्च - बिना किसी रुकावट के आयोजित किए गए थे, लेकिन देश में कोविड की दूसरी लहर के बीच अप्रैल और मई की परीक्षाओं को स्थगित करना पड़ा था.
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