छत्तीसगढ़ में कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की फाइनल ईयर की परीक्षाएं लॉकडाउन (Lockdown) खत्म होने के बाद आयोजित की जाएंगी. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ उच्च शिक्षा विभाग ने बचे हुए छात्रों की सेमेस्टर या वार्षिक परीक्षाओं को आयोजित न करने का फैसला किया है. कोरोनावायरस (Coronavirus) के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार ने ये स्टूडेंट्स के हित में ये फैसला किया है.
छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को छोड़कर ग्रेजुएट्स और पोस्ट ग्रेजुएट्स कोर्स के पहले और दूसरे ईयर के स्टूडेंट्स की उन सभी सब्जेक्ट्स की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए कहा है, जिनकी परीक्षाएं 14 मार्च से पहले ही आयोजित की जा चुकी थीं.
पीटीआई ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने यूनिवर्सिटी से बची हुई परीक्षाओं के लिए स्टूडेंट्स को या तो पिछले परीक्षा के प्रदर्शन या फिर इंटरनल एग्जाम या असाइनमेंट्स के आधार पर नंबर देने के लिए कहा है.
अधिकारी ने बताया कि अगर इस प्रक्रिया के अनुसार मिले अंकों से कोई छात्र खुश नहीं है तो ऐसे स्टूडेंट्स के लिए अगले साल स्पेशल एग्जामिनेशन आयोजित किए जाएंगे.
परीक्षाओं की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा, "कोविड-19 के प्रकोप को कम करने के लिए उठाए जा रहे उपयों के मद्देनजर अब सिर्फ अंतिम वर्ष या सेमेस्टर के स्टूडेंट्स के लिए ही परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. इस बारे में उच्च शिक्षा विभाग ने सोमवार की शाम को आदेश जारी किया था."
उन्होंने आगे कहा, नॉन रेगुलर स्टूडेंट्स के फाइनल ईयर या सेमेस्टर के एग्जाम भी लॉकडाउन खत्म होने के बाद आयोजित किए जाएंगे.
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