आईआईटी ने एससी-एसटी छात्रों के लिए कटऑफ मार्क्स में कमी की है. जेईई एडवांस के लिए इस वर्ग के छात्रों के लिए 12वीं में 70 फीसदी की बजाय 65 फीसदी एग्रीगेट मार्क्स चाहिए होंगे. इसके अलावा अब तमाम आईआईटी कोर्सेज में विदेशी छात्रों के लिए 10 फीसदी अतिरिक्त सीटें रखी जाएंगी. यही नहीं अब एक की बजाय छह अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया है कि आईआईटी सीट पाने के लिए विदेशी छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा के लिए क्वालिफाई करना होगा. एमटेक कोर्सेज में एडमिशन के लिए इन छह अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर गेट की परीक्षा भी होगी. हालांकि विदेशी छात्रों को जेईई मेन परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी.
अधिकारी ने यह भी बताया कि विदेशी छात्रों के लिए सीटों की संख्या बढ़ाए जाने से भारतीयों छात्रों के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या में कमी नहीं आएगी.
विदेशी छात्रों के लिए भारत से बाहर इन देशों में प्रवेश परीक्षा होगी - इथोपिया, श्री लंका, बांग्लादेश, यूएई, नेपाल और सिंगापुर.
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया है कि आईआईटी सीट पाने के लिए विदेशी छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा के लिए क्वालिफाई करना होगा. एमटेक कोर्सेज में एडमिशन के लिए इन छह अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर गेट की परीक्षा भी होगी. हालांकि विदेशी छात्रों को जेईई मेन परीक्षा देने की जरूरत नहीं होगी.
अधिकारी ने यह भी बताया कि विदेशी छात्रों के लिए सीटों की संख्या बढ़ाए जाने से भारतीयों छात्रों के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या में कमी नहीं आएगी.
विदेशी छात्रों के लिए भारत से बाहर इन देशों में प्रवेश परीक्षा होगी - इथोपिया, श्री लंका, बांग्लादेश, यूएई, नेपाल और सिंगापुर.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं