विज्ञापन

NIT में कैसे मिलेगा एडमिशन, एनआईटी में दाखिले के लिए जेईई मेन में कितने अंक जरूरी  

NIT Admission 2025: जेईई परीक्षा पास करने वाले को एनआईटी में भी दाखिला मिलता है. एनआईटी में दाखिला स्टूडेंट को जेईई मेन में मिले मार्क्स या फिर कहें तो स्कोर पर निर्भर करता है. लेकिन मार्क्स के साथ-साथ एनआईटी में एडमिशन....

NIT में कैसे मिलेगा एडमिशन, एनआईटी में दाखिले के लिए जेईई मेन में कितने अंक जरूरी  
NIT में कैसे मिलेगा एडमिशन, एनआईटी में दाखिले के लिए JEE Main 2025 में कितने अंक जरूरी  
Education Result
नई दिल्ली:

How Many Marks Are Required For NIT Admission: देश में इंजीनियरिंग (Engineering) की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा जेईई मेन (JEE Main) का दूसरा सत्र अप्रैल में आयोजित किया जाएगा. इंजीनियरिंग एस्पिरेंट्स के लिए जेईई मेन परीक्षा इस मायने में अहम होती है कि इससे न सिर्फ आईआईटी (IIT) में बल्कि एनआईटी (NIT) में भी दाखिला मिलता है. एनआईटी यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि किसी को भी एनआईटी में दाखिला मिल सकता है. एनआईटी में दाखिले के लिए स्टूडेंट को जेईई मेन परीक्षा में एक तय स्कोर (JEE Main score) हासिल करना होता है. जेईई मेन स्कोर के साथ-साथ एनआईटी में दाखिला कई कारकों पर निर्भर करता है. साल 2025 में किसी खास एनआईटी में दाखिले के लिए जरूरी अंक उस एनआईटी, स्टूडेंट द्वारा चुनी गई इंजीनियरिंग ब्रांच, उसकी कैटेगरी और उस समय की प्रतिस्पर्धा पर निर्भर करेगी.

Delhi Nursery Admission 2025: दिल्ली के निजी स्कूलों में दाखिले के लिए पहले 'ड्रॉ' में स्पेशल नीड्स वाले 1,307 बच्चे चयनित

जेईई मेन 2025 कट-ऑफ

एनआईटी में प्रवेश के लिए जेईई मेन कट-ऑफ वह न्यूनतम स्कोर है, जो एक छात्र को प्राप्त करना जरूरी होता है. यह कट-ऑफ कई चीजों से प्रभावित होती है, जैसे कि आवेदकों की संख्या, परीक्षा का कठिनाई स्तर, उपलब्ध सीटों की संख्या और जाति के आधार पर आरक्षण का प्रतिशत. नियमानुसार कट-ऑफ को हर एनआईटी और उसकी इंजीनियरिंग ब्रांच के लिए क्लोजिंग रैंक के रूप में घोषित किया जाता है.

पिछले साल के ट्रेंड से अंदाजा

हालांकि 2025 के लिए सटीक कट-ऑफ जेईई मेन 2025 सत्र 2 परीक्षा के बाद ही पता चलेगी, लेकिन पिछले सालों के आंकड़े से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. उदाहरण के लिए, 2024 में जनरल कैटेगरी के लिए जेईई मेन कट-ऑफ स्कोर लगभग 93.23 परसेंटाइल था. एनआईटी में दाखिले के लिए उम्मीदवारों को इससे अधिक स्कोर करना जरूरी था. वहीं ओबीसी के लिए यह लगभग 79.67 परसेंटाइल, एससी के लिए 60.09 परसेंटाइल और एसटी के लिए 50.23 परसेंटाइल था. 

REET 2025 Answer Key: आरबीएसई ने लेवल 1, 2 क्यूश्चन पेपर किया जारी, रीट आंसर-की की संभावित तिथि देखें

आरक्षण नीति और कट-ऑफ में अंतर

कट-ऑफ आरक्षण नीतियों के अनुसार तय होती है. ओबीसी, एसटी, एसटी और ईडब्लूएस श्रेणियों के उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ जनरल कैटेगरी की तुलना में कम होती है. इसे ऐसे समझें जैसे अगर कोई ओबीसी छात्र एनआईटी वारंगल में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (CSE) में दाखिला चाहता है, तो उसे लगभग 761 रैंक (यानी 252+ अंक) हासिल करने होंगे.वहीं एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ आरक्षण नियमों और सीट कोटा के आधार पर अलग होंगे. 

CBSE Scholarships, कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए सुनहरा मौका, BMS के तहत मिलता है 12000 रुपये, ये क्राइटेरिया जरूरी

इस साल कितने अंक जरूरी

इस साल एनआईटी में दाखिले के लिए कितने अंक चाहिए, यह अभी स्पष्ट नहीं है. लेकिन जेईई मेन 2025 में उच्च रैंक हासिल करके स्टूडेंट अपने पसंदीदा एनआईटी और ब्रांच में सीट पाने की संभावना को बढ़ा सकते हैं. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: