नई दिल्ली:
पीएचडी में एडमिशन पाना अब पहले से मुश्किल हो जाएगा। सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी (एसपीपीयू) के अधिकारियों को मिले यूजीसी के नए नियमों के मुताबिक अब एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर पहले की तुलना में कम पीएचडी उम्मीदवारों का गाइड बन पाएंगे। अब पीएचडी उम्मीदवारों की संख्या काफी सीमित कर दी गई है।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पहले के नियम के अनुसार आठ छात्रों पर एक पीएचडी गाइड हो सकता था। लेकिन अब फुल टाइम प्रोफेसर (रिसर्च सुपरवाइजर) ही आठ पीएचडी स्कोलर ले सकता है। जबकि एसोसिएट प्रोफेसर छह पीएचडी स्कोलर और असिस्टेंट प्रोफेसर चार पीएचडी स्कोलर ले सकता है।
ये भी पढ़ें: ये हैं IT क्षेत्र में सबसे अधिक नौकरियां देने वाली कंपनियां
इससे पहले सभी अप्रूव्ड रिसर्च गाइड आठ पीएचडी गाइड तक ले सकते थे। उनका पद इसमें रुकावट नहीं बनता था। लेकिन अब एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर कम स्कोलर का गाइड ही बन पाएंगे।
ये भी पढ़ें: वेतन में होगी 10.7 प्रतिशत की वृद्धि, शानदार प्रदर्शन करने वालों को मिलेगा भारी लाभ
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूजीसी के इस नए नियम से एमफिल और पीएचडी में होने वाले शोध के स्तर में सुधार होगा लेकिन इससे पीएचडी करना चाह रहे उम्मीदवारों के बीच प्रतियोगिता और कड़ी हो जाएगी।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक पहले के नियम के अनुसार आठ छात्रों पर एक पीएचडी गाइड हो सकता था। लेकिन अब फुल टाइम प्रोफेसर (रिसर्च सुपरवाइजर) ही आठ पीएचडी स्कोलर ले सकता है। जबकि एसोसिएट प्रोफेसर छह पीएचडी स्कोलर और असिस्टेंट प्रोफेसर चार पीएचडी स्कोलर ले सकता है।
ये भी पढ़ें: ये हैं IT क्षेत्र में सबसे अधिक नौकरियां देने वाली कंपनियां
इससे पहले सभी अप्रूव्ड रिसर्च गाइड आठ पीएचडी गाइड तक ले सकते थे। उनका पद इसमें रुकावट नहीं बनता था। लेकिन अब एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर कम स्कोलर का गाइड ही बन पाएंगे।
ये भी पढ़ें: वेतन में होगी 10.7 प्रतिशत की वृद्धि, शानदार प्रदर्शन करने वालों को मिलेगा भारी लाभ
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूजीसी के इस नए नियम से एमफिल और पीएचडी में होने वाले शोध के स्तर में सुधार होगा लेकिन इससे पीएचडी करना चाह रहे उम्मीदवारों के बीच प्रतियोगिता और कड़ी हो जाएगी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं