Coronavirus: ऐसे समय जब भारत समेत पूरी दुनिया कोरोनावायरस की चपेट में है, भारत सरकार गरीबों, दिहाड़ी मजदूर और संगठित क्षेत्र के लोगों के मदद के लिये बहुत कुछ कर रही है. ऐसे में कई लोग दिल खोलकर प्रधानमंत्री की राहत कोष में दान कर रहे हैं.
इस बाबत दिल्ली की लेन्सर स्कूल की 12वीं की छात्रा संस्कृति यादव सबके लिये आदर्श बन कर उभरी है. संस्कृति ने अपने पर्सनल सेविंग से प्रधानमंत्री के राहत कोष में ढाई लाख रुपये का दान दिया है.
संस्कृति का कहना है वह प्रधानमंत्री मोदी के कोरोनावायरस से लोगों को बचाने के लिये किये जा रहे काम से प्रभावित हैं, लिहाजा वो भी इस महान काम मे अपना योगदान दे रही है. संस्कृति ने इस रकम का दान प्रधानमंत्री राहत कोष में डिजिटली ट्रांसफर कर किया है.
बता दें कि कोरोनावायरस से जंग लड़ने में स्टूडेंट्स भी बेहद अहम रोल प्ले कर रहे हैं और देश को इस मुश्किल से बाहर निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) के स्टूडेंट्स ने एक हर्बल हैंड सैनिटाइजर तैयार किया है, जिसे Heal-agnostics Innovations Pvt. Ltd. नाम का स्टार्ट-अप फ्री में बांटेगा. इस स्टार्टअप में आईआईटी रुड़की के रिसर्च स्कॉलर भी शामिल हैं, जिन्होंने ये हर्बल हैंड सैनिटाइजर बनाया है.
IIT रुड़की के सेंटर ऑफ नैनोटेक्नोलॉजी के रिसर्च स्कॉलर सिद्धार्थ शर्मा और मेटालर्जिकल एंड मैटेरियल इंजीनियरिंग विभाग के रिसर्च स्कॉलर वैभव जैन ने यह शानदार पहल की है. यह हर्बल हैंड सैनिटाइजर 80 फीसदी Isopropanol से बना है. इसमें इथेनॉल और एंटीबैक्टीरियल, ऐंटिफंगल और इंफ्लामेट्री हर्बल सामग्री शामिल हैं. यह एक मॉइस्चराइज़र के रूप में भी काम करता है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं