रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने की जरूरत के मद्देनजर आज अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा में प्रमुख ब्याज दर यथावत रख सकता है। मुद्रास्फीति फिलहाल ऊंची बनी हुई है।
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। माना जाता है कि उन्होंने मोदी के साथ वृहद आर्थिक स्थिति पर चर्चा की।
1 अप्रैल को अपनी पिछली समीक्षा बैठक में राजन ने नीतिगत दर आठ प्रतिशत पर यथावत रखी थी क्योंकि मुद्रास्फीति आठ प्रतिशत से ऊपर बनी हुई थीं। अप्रैल में खाद्य मुद्रास्फीति 9.66 प्रतिशत और खुदरा मुद्रास्फीति 8.59 प्रतिशत पर थी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पर डाले पोस्ट में आर्थिक वृद्धि में तेजी बहाल करने व मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने पर जोर दिया है।
भारत की आर्थिक वृद्धि दर लगातार दूसरे साल पांच प्रतिशत से नीचे रही। वर्ष 2013.14 में यह 4.7 प्रतिशत रही। हालांकि, उद्योग जगत को मोदी की अगुवाई में स्थायी सरकार बनने के साथ वृद्धि दर में तेजी लौटने की उम्मीद है।
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट इंडिया के वरिष्ठ अर्थशास्त्री अरुण सिंह ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा कल ब्याज दरें अपरिवर्तित रखे जाने की संभावना है।
इंडियन ओवरसीज बैंक के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक एम नरेंद्र ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा यथास्थिति बरकरार रखे जाने की उम्मीद है क्योंकि मुद्रास्फीति अब भी ऊंची है और मानसून के कमजोर रहने का खतरा है।
हालांकि, एसोचैम ने कहा कि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के निचले स्तर पर रहने से रिजर्व बैंक के लिए ब्याज दर घटाने की गुंजाइश है।