रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुराम राजन के पदभार ग्रहण करने के बाद रुपये में सुधार लाने के लिए साहसिक कदम उठाने के वादे के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे रुपये ने गुरुवार को शानदार वापसी दिखाते हुए करीब दो फीसदी की तेजी
दर्ज की और यह 66 के स्तर से नीचे पहुंचने में कामयाब हो गया।
रुपये में मजबूती से बंबई स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स भी 2.5 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ करीब 500 अंक उछलकर 19,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक भी 150 अंक से ज्यादा मजबूत होकर 5600 को पार कर गया। कारोबार खत्म होने पर सेंसेक्स 412.21 अंकों की तेजी के साथ 18,979.76 पर और निफ्टी 144.85 अंकों की तेजी के साथ 5,592.95 पर बंद हुआ।
बुधवार को आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद को मजबूत बताया और कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए वर्तमान दौर चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन इसे संकटपूर्ण स्थिति नहीं कहा जा सकता तथा देश की अर्थव्यवस्था में मौजूदा उथल-पुथल का दौर अपने आखिरी चरण में है। राजन ने कहा, हमें अनावश्यक रूप से आशावादी बनने की जरूरत नहीं है... लेकिन जितनी उथल-पुथल होनी थी हो चुकी।
राजन ने आगे कहा, जब वित्तीय बाजार अस्थिर है, और निकट आम चुनावों के कारण घरेलू राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति भी बनी हुई है, ऐसी स्थिति में आरबीआई अपने उद्देश्यों के अनुरूप उम्मीद का किरण बना हुआ है। राजन ने अपने पूर्ववर्ती की नीतियों को पलट देने के सवाल पर कहा कि इसके लिए 20 सितंबर तक रुकना होगा।