बंबई शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा और सेंसेक्स 57 अंक ऊपर बंद हुआ। तेल एवं गैस तथा आईटी कंपनियो के शेयरों में लिवाली तथा विदेशी कोषों के प्रवाह और बेहतर तिमाही नतीजों से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी करीब छह माह के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया।
निफ्टी में 17.25 अंक या 0.22 प्रतिशत का लाभ रहा और यह 7,979.90 अंक पर पहुंच गया। यह निफ्टी का 4 नवंबर, 2015 के बाद का शीर्ष स्तर है। इसके अलावा गुरुवार को अप्रैल के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान की वजह से शॉर्ट कवरिंग से भी बाजार को बल मिला। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल में मजबूती से भी धारणा को बल मिला। अमेरिकी बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 2.34 प्रतिशत चढ़कर 46.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
डॉलर के मुकाबले रुपये में भी मजबूती रही। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों के सतर्क रुख से एशियाई और यूरोपीय बाजारों में गिरावट आई। बैंक ऑफ जापान की बैठक गुरुवार को है। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 26,000 अंक के स्तर से नीचे जाने के बाद अंत में 56.82 अंक या 0.22 प्रतिशत के सुधार से 26,064.12 अंक पर बंद हुआ।
इससे पिछले सत्र में सेंसेक्स 328 अंक चढ़ा था। जियोजित बीएनपी परिबा के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'फेडरल रिजर्व और बैंक ऑफ जापान की बैठक से पहले घरेलू बाजार में सीमित दायरे में कारोबार हुआ। इसके अलावा डेरिवेटिव अनुबंध के निपटान से पहले भी बाजार में तेजी आई।'
दिन में ज्यादातर समय तक सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव रहा। अडाणी पोर्ट्स के शेयर में 5.09 प्रतिशत का लाभ रहा। भारती एयरटेल का शेयर कंपनी के तिमाही नतीजों से पहले 3.54 प्रतिशत चढ़ गया। ओएनजीसी, गेल, एमएंडएम, आईटीसी, एशियन पेंट्स तथा विप्रो के शेयरों में भी लाभ रहा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 17 लाभ में रहे।
विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में तेल एवं गैस में सबसे अधिक 1.23 प्रतिशत का लाभ रहा। बुनियादी ढांचा में 1.12 प्रतिशत व एफएमसीजी में 1.02 प्रतिशत की बढ़त रही। एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 0.36 प्रतिशत टूट गया। हांगकांग के हैंगसेंग में 0.21 प्रतिशत और शंघाई कम्पोजिट में 0.37 प्रतिशत की गिरावट आई।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)