Liquor Sale in Delhi: दिल्ली में क्रिसमस की पूर्व संध्या से लेकर नए साल 2023 की पूर्व संध्या तक शराब (Liquor) की रिकॉर्ड बिक्री हुई. आबकारी विभाग (Excise Department) के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस दौरान दिल्लीवासियों ने 218 करोड़ रुपये से अधिक की एक करोड़ से अधिक शराब की बोतलें खरीदीं. आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि नए साल की पूर्व संध्या यानी 31 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सबसे अधिक 20.30 लाख शराब की बोतलें बिकीं, जो करीब 45.28 करोड़ रुपये की थीं. उन्होंने बताया कि 24 से 31 दिसंबर तक दिल्ली में अलग-अलग की शराब की रिकॉर्ड 1.10 करोड़ बोतलें बेची गईं, जिनमें ज्यादातर व्हिस्की (Whiskey) थीं.
दिल्ली सरकार ने दिसंबर 2022 में 560 करोड़ का रेवेन्यू किया हासिल
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर 2022 में दिल्ली में 13.8 लाख शराब की बोतलों की औसत बिक्री हुई थी, जो पिछले तीन वर्षों में साल के अंत में हुई सबसे अधिक बिक्री है. दिल्ली सरकार ने दिसंबर 2022 में शराब उत्पाद शुल्क (Excise Duty) और मूल्य वर्धित कर (Value Added Tax) से 560 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है.
दिसंबर 2022 में पिछले तीन साल में सबसे अधिक बिकीं शराब
अगर पिछले तीन साल के आंकड़ों को देखें तो दिसंबर महीने के दौरान दिल्ली में साल 2019 में 12.55 लाख, साल 2020 में 12.95 लाख, साल 2021 में 12.52 लाख और साल 2022 में 13.77 लाख शराब की बोतलें बिकीं हैं. आबकारी विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 24 दिसंबर 2022 को शहर में 28.8 करोड़ रुपये की 14.7 लाख बोतलें बेची गईं. हाल ही में 27 दिसंबर को दिल्ली में सबसे कम शराब की बोतलें बिकीं, तब 19.3 करोड़ रुपये की 11 लाख से कम बोतलें बिकी थीं.
त्योहारों पर अक्सर आबकारी विभाग को अच्छा राजस्व मिलता है. अक्टूबर 2022 में दिवाली के दौरान दिल्ली में 100 करोड़ रुपये से अधिक की 48 लाख से अधिक बोतलें बिकीं थीं.
दिल्ली में 550 दुकानों के जरिये बेची जाती है शराब
आपको बता दें कि वर्तमान में, दिल्ली सरकार के चार वेंचर्स के द्वारा संचालित लगभग 550 शराब की दुकानों के माध्यम से शहर में शराब बेची जा रही है. वहीं, शहर में 900 से अधिक होटल, पब और रेस्टोरेंट के ‘बार' में भी शराब मिलती है. आबकारी विभाग ने रिकॉर्ड बिक्री के साथ 2022 का अंत किया. हालांकि पिछला साल काफी चुनौतियों भरा रहा था, जिसमें आबकारी नीति 2021-22 के क्रियान्वयन को लेकर सीबीआई (CBI) की जांच शामिल है. इस नीति को दिल्ली सरकार वापस ले चुकी है.