प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 30 वर्षों तक आठ प्रतिशत से अधिक विकास दर हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया जाए. पीएम मोदी ने माईगव मंच की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित टाउनहॉल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'यदि हम 30 वर्षों तक आठ प्रतिशत से अधिक आर्थिक विकास दर बनाए रखें, तो पूरी दुनिया हमारे कदमों में होगी.'
उन्होंने कहा कि मंदी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था में 125 करोड़ लोगों के देश के लिए 7.5 प्रतिशत विकास दर हासिल करना आसान नहीं है, वो भी तब जब लगातार दो वर्षों तक सूखा पड़ा हो.
पीएम मोदी ने कहा, 'पूरी दुनिया मंदी में है और खरीदारी क्षमता काफी घट गई है। भारतीय कृषि पर भी दबाव है। ऐसी स्थिति में 7.5 प्रतिशत विकास दर हासिल करना अपने आप में बड़ी बात है और मैं इसके लिए 125 करोड़ देशवासियों को बधाई देता हूं.'
प्रधानमंत्री ने देश की मौजूदा अर्थव्यवस्था में समुचित योजना और संतुलित खर्च की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग होना चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम सिर्फ अपने प्राकृतिक संसाधनों के समुचित उपयोग से ही मानव संसाधन की संभावना का पूर्णरूपेण उपयोग कर सकते हैं.' उन्होंने कहा कि किसानों को आधुनिक सुविधाओं की ओर बढ़ना चाहिए और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित करने का उनकी सरकार का प्रयास इसी दिशा में एक गंभीर कोशिश है.
उन्होंने कहा कि बदलते कृषि-आर्थिक परिदृश्य में किसानों को कई सारी गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए और इमारती लकड़ी की खेती को एक मध्यकालिक और दीर्घकालिक रणनीति के रूप में लेना चाहिए. प्रधानमंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि उन्हें अपनी आय बढ़ाने के लिए अपनी भूमि और श्रम के एक हिस्से को पशुपालन, मधुमक्खी पालन और मत्स्यपालन के लिए समर्पित करना चाहिए.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)