वित्त मंत्रालय ने नेशनल फर्टिलाइजर्स (एनएफएल) में 7.64 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए जल्द मर्चेंट बैंकरों की नियुक्ति की जाएगी। इस विनिवेश से सरकार को 172 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
विनिवेश विभाग ने सार्वजनिक निर्गमों या बिक्री पेशकश का अनुभव रखने वाले मर्चेंट बैंकरों से रुचि पत्र मांगे हैं। ये मर्चेंट बैंकर बुक रनिंग लीड प्रबंधक के रूप में काम करेंगे और इस प्रक्रिया में सरकार की मदद और सलाह देने का काम करेंगे। सरकार की योजना बिक्री पेशकश के जरिये घरेलू बाजार में एनएफएल की 7.64 प्रतिशत हिस्सेदारी या 3.74 करोड़ शेयरों की बिक्री करने की है।
कंपनी के शेयर के मौजूदा दाम 46 रुपये के हिसाब से 7.64 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश से सरकार को 172 करोड़ रुपये की राशि मिलने की उम्मीद है। फिलहाल सरकार ने एनएफएल में 97.64 प्रतिशत हिस्सेदारी है। विनिवेश सचिव की अगुवाई वाले एक अंतर मंत्रालयी समूह ने पिछले सप्ताह एनएफएल की हिस्सेदारी बिक्री को मंजूरी दी थी। 31 मार्च, 2012 तक कंपनी की चुकता इक्विटी पूंजी 490.58 करोड़ रुपये थी।