रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आनंद सिन्हा ने कहा कि सरकार और केंद्रीय बैंक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहे हैं।
यहां कॉलेज के छात्रों को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा, महंगाई जो काफी परेशान कर रही है, वृद्धि जो नीचे आ चुकी है और चालू खाते का घाटा बढ़ता जा रहा है। हम और सरकार अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए जो भी हो सकता है, कर रहे हैं। नए बैंकिंग लाइसेंस के बारे में सिन्हा ने कहा कि इनका मकसद बैंकिंग क्षेत्र का दायरा बढ़ाना है। इसके लिए कुल मिलाकर वित्तीय समावेशी का एजेंडा ध्यान में है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने कारपोरेट जगत को बैंकिंग क्षेत्र में उतरने की अनुमति उनकी अधिक पूंजी लाने की क्षमता को ध्यान में रखकर दी है। इससे वित्तीय समावेशी का उद्देश्य पूरा करने में मदद मिलेगी।