ऊर्जा वितरण कंपनी अदाणी इलेक्ट्रिसिटी, मुंबई ने मंगलवार को कहा कि FY23 में कंपनी का तकनीकी और व्यावसायिक घाटा (Aggregate Technical And Commercial Loss) घटकर 5.93% रह गया है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक एक साल पहले ये आंकड़ा 6.55% दर्ज किया गया था.
रिपोर्ट में कंपनी (Adani Electricity Mumbai) स्टेटमेंट के हवाले से कहा गया है कि बिजली चोरी पर कंपनी द्वारा निगरानी बढ़ाने से ये घाटा कम हुआ है. कंपनी का दावा है कि ये आंकड़ा देश की तमाम ऊर्जा वितरण कंपनियों में सबसे कम में से एक है.
FY23 में FIR की संख्या में लगभग 98% का इजाफा
वित्त वर्ष 2023 में कंपनी ने स्थानीय पुलिस के पास बिजली चोरी की 774 FIR दर्ज करवाईं, जबकि FY22 में 391 FIR ही दर्ज करवाई गई थीं.
बिजली चोरी के खिलाफ की गई छापेमारियों में 72.25 टन वायर और दूसरे इक्विपमेंट जब्त किए गयए, जबकि बीते साल ये आंकड़ा 73.58 टन था.
मुंबई के कुछ इलाकों को चिह्नित किया गया
कंपनी ने कहा कि कुछ स्लम एरिया में बिजली की मांग पहले ही काफी ज्यादा है, ऊपर से जगह कम होने के चलते नए नेटवर्क का विस्तार करना संभव नहीं है. बिजली चोरी के चलते नेटवर्क पर काफी दबाव पड़ता है. इससे केबल और ट्रांसफॉर्मर्स के ठप होने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे मरम्मत का खर्चा बढ़ जाता है. कुल मिलाकर यहां सर्विसिंग कॉस्ट बढ़ जाती है.
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने शहर के कुछ इलाकों को चिन्हित किया है, जहां बिजली चोरी की घटनाएं ज्यादा होती हैं, कंपनी यहां चोरी को नियंत्रित करने के लिए आगे और कदम उठाएगी.