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Adani Capital की 2024 तक IPO लाने की योजना, जुटाना चाहती है 1,500 करोड़ रुपये

भारत के सबसे बड़े कॉन्गलोमरेट में शामिल अडाणी ग्रुप का समर्थन रखने वाली अडाणी कैपिटल फाइनेंस सेक्टर के बाजार में अभी बहुत बड़ा शेयर नहीं रखती है. अभी कंपनी 3,00,000 से 30,00,000 रुपये तक के लोन के बाजार में सेंध लगाना चाहती है.
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NDTV Profit हिंदी01:59 PM IST, 29 Jul 2022NDTV Profit हिंदी
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अरबपति बिजनेसमैन गौतम अडाणी के समर्थन वाली गैर-बैंकिंग ऋणदाता कंपनी Adani Capital साल 2024 तक आईपीओ या आरंभिक सार्वजनिक निगम लाने की योजना बना रही है. कंपनी आईपीओ के जरिए 1,500 करोड़ रुपये तक जुटाना चाहती है. बतौर शैडो बैंक काम करने वाली मुंबई स्थित कंपनी अपने शेयरों को पहली बार सार्वजनिक करेगी. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर ने बताया कि कंपनी का लक्ष्य 2 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन तक पहुंचने का होगा.

Bloomberg की एक रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों और लघु-मध्यम बिजनेस को ऋण प्रदान करने वाली कंपनी के टॉप ऑफिसर गौरव गुप्ता ने एक इंटरव्यू में इसकी जानकारी दी. 

भारत के सबसे बड़े कॉन्गलोमरेट में शामिल अडाणी ग्रुप का समर्थन रखने वाली अडाणी कैपिटल फाइनेंस सेक्टर के बाजार में अभी बहुत बड़ा शेयर नहीं रखती है. अभी कंपनी 3,00,000 से 30,00,000 रुपये तक के लोन के बाजार में सेंध लगाना चाहती है. 

गुप्ता ने कहा कि "हम फिनटेक कंपनी नहीं है, बल्कि एक क्रेडिट कंपनी हैं, जो ग्राहकों से प्रत्यक्ष वितरण के मॉडल पर काम करती है. कंपनी का 90 फीसदी बिजनेस सेल्फ-जेनरेटेड है."

गौरव गुप्ता 2016 में अडाणी कैपिटल के साथ जुड़े हैं, इसके पहले वो बैकिंग सेक्टर में रहे हैं और Nomura Holdings Inc. और Rothschild & Co. के साथ काम कर चुके हैं. वो Macquarie Group Ltd. में हेड ऑफ इंडिया इन्वेस्टमेंट बैंकिंग भी रह चुके हैं. गुप्ता अडाणी कैपिटल में थोड़ी हिस्सेदारी भी रखते हैं.

अडाणी का यह फाइनेंशियल वेंचर 2017 में लॉन्च हुआ था और छोटे-छोटे कदम बढ़ा रहा है. इसकी साल 2020-21 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, उस वित्तीय वर्ष में इसकी कुल आय 163 मिलियन डॉलर रही थी. 2020 के मुकाबले इसकी आय बढ़ी थी.

गुप्ता ने बताया कि देश के आठ राज्यों में इसकी 154 शाखाएं और इससे 60,000 उधारकर्ता जुड़े हुए हैं.

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