फर्स्ट डे, फर्स्ट शो देखने के शौकीन हैं तो जाहिर तौर पर आपने अधिकांश टिकटें शुक्रवार की ही बुक करवाई होंगी. फिल्म देखने के शौकीन उस शुक्रवार का शिद्दत से इंतजार करते हैं जब उनके फेवरेट एक्टर या एक्ट्रेस की फिल्म रिलीज होने वाली होती है. ऐसा करते हुए कभी आपने सोचा कि फिल्में सिर्फ शुक्रवार को ही रिलीज क्यों होती है. फिल्म रिलीज के लिए हफ्ते का कोई और दिन क्यों नहीं चुना गया. वैसे छुट्टी या किसी त्योहार का मौका हो तो एक्सटेंडेड वीकेंड पर मूवी रिलीज होती है. लेकिन ज्यादातर फिल्मों के रिलीज का दिन शुक्रवार ही होता है. और, इसके पीछे एक खास वजह भी है.
क्यों शुक्रवार को ही रिलीज होती हैं फिल्में?
शुक्रवार को फिल्म रिलीज होने का बड़ा कारण होता है और ये कारण है शुक्रवार का हफ्ते का लास्ट वर्किंग डे होना. यानी कि इसके बाद अगले दो दिन छुट्टी के रहते हैं. अधिकांश जगहों पर शुक्रवार के बाद शनिवार और रविवार दोनों दिन छुट्टी होती है. शुक्रवार को लोगों को फिल्म के बारे में पता चल जाता है उसके बाद ज्यादा से ज्यादा लोग वीकेंड पर फिल्म देखने निकलते हैं. हर फिल्म के लिए पहले वीकेंड का कलेक्शन भी खास मायने रखता है. यही वजह है कि फिल्मों को अमूमन शुक्रवार को ही रिलीज किया जाता है.
कैसे शुरू हुई परंपरा?
कई दशक पहले की बात करें तो फिल्म रिलीज का कोई तय दिन नहीं था. हॉलीवुड में तो साल 1940 से फिल्म का शुक्रवार को रिलीज होने का दस्तूर शुरू हो चुका था. लेकिन भारत में पहले कभी भी फिल्म रिलीज हो जाया करती थी. साल 1960 में एक ऐतिहासिक फिल्म मुगल-ए-आजम रिलीज हुई थी. ये फिल्म शुक्रवार को ही रिलीज हुई थी और जम कर सुर्खियां और कलेक्शन हासिल किया. इसके बाद ही फिल्म रिलीज करने का चलन शुक्रवार से शुरू हुआ. हालांकि अब भी कई मेकर्स हफ्ते में पड़ने वाली छुट्टियों के हिसाब से फिल्म रिलीज करने का दिन चुन लेते हैं.
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