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धर्मेंद्र की जिंदादिली के क्या कहने, जब इस एक्ट्रेस की खातिर पूरी रात करते रहे शूटिंग, सुबह 7 बजे तक 'छलकाए थे जाम'

धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका 89 साल की उम्र में निधन हो गया. निधन के बाद धर्मेंद्र के साथ काम कर चुके कलाकार उन्हें याद कर रहे हैं और श्रद्धांजलि दे रहे हैं.

धर्मेंद्र की जिंदादिली के क्या कहने, जब इस एक्ट्रेस की खातिर पूरी रात करते रहे शूटिंग, सुबह 7 बजे तक 'छलकाए थे जाम'
धर्मेंद्र की जिंदादिली के क्या कहने, जब इस एक्ट्रेस की खातिर पूरी रात करते रहे शूटिंग
नई दिल्ली:

धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका 89 साल की उम्र में निधन हो गया. निधन के बाद धर्मेंद्र के साथ काम कर चुके कलाकार उन्हें याद कर रहे हैं और श्रद्धांजलि दे रहे हैं. इस सिलसिले में धर्मेंद्र के साथ काम कर चुकीं मशहूर एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने अपना रिएक्शन दिया है. एनडीटीवी के विष्णु सोम से बातचीत में दिग्गज अभिनेत्री शर्मिला टैगोर ने धर्मेंद्र के साथ अपने सबसे प्यारे पलों को याद किया. उन्होंने बताया कि फिल्म 'मेरे हमदम मेरे दोस्त' का मशहूर गाना 'छलका ये जाम' उनकी जिंदगी का खास यादगार लम्हा है. 

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शर्मिला टैगोर ने बताया कि गाने की शूटिंग तय समय से बहुत ज्यादा लंबी खिंच गई. “हम रात 10 बजे तक शूट करते रहे, फिर भी गाना पूरा नहीं हुआ. अगले दिन फिर शूटिंग करनी पड़ी.” लेकिन अगले दिन सुबह उन्हें कोलकाता जाना था, क्योंकि वहां वेस्टइंडीज और भारत का टेस्ट मैच था और वे मैच देखने जा रही थीं. परेशान होकर उन्होंने धर्मेंद्र से मदद मांगी. 

शर्मिला जी ने कहा, “मैंने उनसे कहा कि शूट जल्दी खत्म करना होगा, क्योंकि मुझे सुबह फ्लाइट पकड़नी है. धर्मेंद्र साहब ने न सिर्फ हां कहा, बल्कि पूरी रात शूटिंग करने को तैयार हो गए.” दोनों ने रात भर शूटिंग की और सुबह 7 बजे तक गाना पूरा किया. उसके तुरंत बाद शर्मिला जी एयरपोर्ट के लिए निकल गईं. वे भावुक होकर बोलीं, “मैं आज तक सोचती हूं कि कोई दूसरा हीरो ऐसा कर पाता या नहीं. धर्मेंद्र जी ने पूरे समय हंसते-मुस्कुराते शूट किया. थोड़ी-थोड़ी देर में अपनी ड्रेसिंग रूम में जाकर लेट जाते, फिर तुरंत उठकर शानदार शॉट दे देते. बीच-बीच में कहते, ‘उम्मीद है भारत जीतेगा.'”

हंसते हुए शर्मिला जी ने कहा, “लेकिन हम हार गए थे... खैर, मैच की याद नहीं रहती, उनकी उदारता और अच्छाई आज भी दिल में है. वे सचमुच बहुत अच्छे इंसान और सहकलाकार हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि फिल्म 'चुपके चुपके' में धर्मेंद्र की कॉमेडी कमाल की थी और उन्हें इसके लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जरूर मिलना चाहिए था. शर्मिला टैगोर की इन बातों से साफ झलकता है कि धर्मेंद्र न सिर्फ बड़े स्टार हैं, बल्कि दिल से भी बहुत बड़े हैं.

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