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NDTV से बोले विवेक रंजन अग्निहोत्री, ''पैसे के लिए कुछ लोग फिल्म निर्माताओं को ब्लैकमेल करते हैं, लेकिन..."

एनडीटीवी के साथ  एक विशेष बातचीत में फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने अपनी नई फिल्म "द बंगाल फाइल्स" को लेकर उठे विवाद पर खुलकर बात की.

NDTV से बोले विवेक रंजन अग्निहोत्री, ''पैसे के लिए कुछ लोग फिल्म निर्माताओं को ब्लैकमेल करते हैं, लेकिन..."
विवेक अग्निहोत्री ने अपनी नई फिल्म "द बंगाल फाइल्स" को लेकर उठे विवाद पर खुलकर बात की
नई दिल्ली:

एनडीटीवी के साथ  एक विशेष बातचीत में फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने अपनी नई फिल्म "द बंगाल फाइल्स" को लेकर उठे विवाद पर खुलकर बात की. इस फिल्म में गोपाल पाठा (असली नाम गोपाल मुखर्जी) का कथित तौर पर गलत चित्रण किया गया है, जो 1946 में हुए कलकत्ता नरसंहार के दौरान एक प्रमुख व्यक्ति थे. "द बंगाल फाइल्स" 16 अगस्त, 1946 के कलकत्ता दंगों पर आधारित है, जो अखिल भारतीय मुस्लिम लीग द्वारा अलग देश की  मांग के लिए "डायरेक्ट एक्शन डे" के आह्वान के बाद भड़के थे. फिल्म यह 5 सितंबर, 2025 को रिलीज़ होने वाली है.

इस हफ्ते की शुरुआत में गोपाल पाठा के पोते शांतनु मुखर्जी ने अपने दादा के नाम को बदनाम करने के लिए विवेक अग्निहोत्री को एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसके बाद उन्होंने "द बंगाल फाइल्स" के फिल्म निर्माता के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई. उन्होंने आरोप लगाया कि निर्देशक ने एक रील में गोपाल पाठा को "एक था कसाई गोपाल पाठा" कहा था.शांतनु मुखर्जी द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए, विवेक अग्निहोत्री ने एनडीटीवी से कहा, सिर्फ़ इसलिए कि कोई किसी महान व्यक्ति का बेटा या पोता है, इसका मतलब यह नहीं कि वह भी महान है. 

विवेक ने कहा, कभी-कभी ऐसा होता है कि जब ऐसी फ़िल्में आखिरी समय में आ रही होती हैं, तो बहुत से लोग फिल्म निर्माताओं को ब्लैकमेल करने की कोशिश करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें बहुत पैसा मिलेगा. लेकिन मैं ब्लैकमेल के तहत एक पैसा भी देने वाला नहीं और मैंने उन्हें फ़िल्म में धन्यवाद देने की पेशकश की थी. जब पद्मजा जोशी ने पूछा कि क्या शांतनु मुखर्जी उन्हें ब्लैकमेल कर रहे हैं, तो विवेक अग्निहोत्री ने कहा, "मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं". "मैं कह रहा हूं कि कुछ लोग उन फ़िल्मों का फ़ायदा उठाने की कोशिश करते हैं जो थोड़ी-बहुत विवादों में पड़ जाती हैं. मैं किसी का नाम नहीं ले रहा हूं."

विवेक अग्निहोत्री ने कहा, मैंने उन्हें बिल्कुल वैसा ही दिखाया है जैसा वे थे. वे एक मीट की दुकान के मालिक थे, जिन्होंने संघर्ष किया और कई लोगों की जान बचाई...मैं उनके पोते या परपोते, जो भी हो, उससे एक बात कह सकता हूं कि इस फिल्म को देखने के बाद, इस देश का हर एक व्यक्ति गोपाल मुखर्जी को सलाम करेगा. फिल्म निर्माता ने यह भी कहा कि जब वे "द बंगाल फाइल्स" के ट्रेलर लॉन्च के लिए पश्चिम बंगाल में थे तो उन्हें कोलकाता में गोपाल पाठा की एक प्रतिमा का उद्घाटन करना था, जिसे अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद रोक दिया गया.
 

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