सनी देओल की फिल्म गदर की जब भी बात आती है तो लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जाग उठती है. आज भी ये फिल्म लोगों की फेवरेट की लिस्ट में शामिल है. इस फिल्म में कई ऐसे सीन हैं जिन्हें देखकर खून खौल जाता है तो कुछ को देखकर आंखों से आंसू नहीं रुकते हैं. ऐसी ही एक और फिल्में है जिसमें एक सीन दिखाया गया था जो गदर से मिलता हुआ था. ये सीन पाकिस्तान से लाशों से भरी ट्रेन का आना है. इस सीन को देखकर आज भी लोग रो पड़ते हैं. गदर से पहले ही ये सीन एक फिल्म में फिल्माया गया था. इस फिल्म के बारे में बहुत कम ही लोगों को पता है. हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं उसका नाम ट्रेन टू पाकिस्तान है.
ट्रेन टू पाकिस्तान ऐसी फिल्म है जिसे देखने के बाद शायद ही कोई होगा जिसकी आंखों से आंसू ना निकले. ये फिल्म 1956 में खुशवंत सिंह के लिखे उपन्यास पर बेस्ड है. इस फिल्म में मनो माजरा गांव की कहानी दिखाई गई है. ये गांव भारत-पाकिस्तान की सीमा के पास था. जिसमें सिख और मुस्लिम एक साथ बहुत ही प्यार से रहते हैं. मगर जब बंटवारा होता है तो सांप्रदायिक दंगे होते हैं तो सब खत्म हो जाता है. एक ऐसा सीन आता है जिसमें एक ट्रेन लाशों से भरकर आती है. इस सीन को देखकर हर कोई रो गया था. फिल्म की कहानी ऐसी थी कि जो हर तरह किसी को झकझोरकर रख देगी.
ट्रेन टू पाकिस्तान फुल मूवी
ट्रेन टू पाकिस्तान की बात करें तो इस फिल्म को पामेला रुक्स ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में निर्मल पांडे, दिव्या दत्ता, रजीत कपूर, मोहन अगाशे, स्मृति मिश्रा अहम किरदार निभाते नजर आए थे. अगर आपने ये फिल्म अभी तक नहीं देखी है तो इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं. इस फिल्म को आप प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं.
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