Top 10 Bandits movies: माथे पर काला तिलक, कमर पर गोलियों से भरा बेल्ट और हाथों में राइफल, जी हां, आपने बिल्कुल सही समझा ,हम डाकुओं की ही बात कर रहे हैं. वैसे तो बॉलीवुड में हर जॉनर की फिल्में बनी है, लेकिन डाकुओं पर बनी फिल्मों की बात ही अलग है. फिर वो खूंखार डाकू 'गब्बर सिंह 'का किरदार हो या 'पान सिंह तोमर' का. ये सभी किरदार लोगों के जेहन में आज भी जिंदा है. तो चलिए आज बात करते हैं बॉलीवुड में डकैतों पर बनी टॉप 10 फिल्मों की
1. गंगा जमुना
साल 1961 में आई वैजयंती माला और दिलीप कुमार क्लासिक फिल्म को भला कौन भूल सकता है. हालात के सामने सीधे-साधे दिलीप कुमार का स्वभाव धीरे-धीरे बदल जाता है और वो डाकुओं के गुट में शामिल हो जाता है. इसके बाद इस दलदल से बाहर आना दिलीप कुमार के लिए नामुमकिन सा हो जाता है और आखिरकार भागते हुए 1 दिन इस डाकू का अंत हो जाता है.नितिन बोस इस फ़िल्म के निर्देशक थे.
2. जिस देश में गंगा बहती है
1960 में आई फिल्म जिस देश में गंगा बहती है में प्राण ने डाकू राका का रोल निभाया था, और प्राण डाकू के इस किरदार के जरिए खौफ पैदा करने में कामयाब रहे थे.फ़िल्म का निर्देशन राधू करमाकर ने किया था.
3. मुझे जीने दो
साल 1963 में 'मुझे जीने दो' सिल्वर स्क्रीन पर डकैतों के सबसे सटीक वर्णन में से एक माना जाता है. ये फ़िल्म उस दौर में बनी थी जब चंबल घाटी में डकैत समस्या अपने चरम पर थी. मणि भट्टाचार्य के निर्देशन पर बनी इस फिल्म में सुनील दत्त, वहीदा रहमान ,निरूपा रॉय, राजेंद्र नाथ और मुमताज ने अभिनय किया था.
4. मेरा गांव मेरा देश
साल 1971 में राज खोसला निर्देशित फिल्म मेरा गांव मेरा देश में विनोद खन्ना डाकू के किरदार में नज़र आये थे.धर्मेन्द्र और विनोद खन्ना स्टारर इस फिल्म में धर्मेन्द्र ने फिल्म में एक चोर की भूमिका निभाई थी, जो सुधरने के बाद डाकू बने विनोद खन्ना को सही रास्ते पर लाने की कोशिश करता है.
5. शोले
गब्बर सिंह,हिंदी सिनेमा का ये नाम बताता है कि डकैत पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म कितनी बुलंदियों को छू सकती है. कम ही लोग होंगे जिन्होंने रमेश सिप्पी की 1975 आई ब्लॉकबस्टर शोले न देखी हो.आपको शायद पता नहीं होगा कि, गब्बर सिंह एक असली डकैत का भी नाम हुआ करता था, जो चंबल घाटी के सबसे खूंखार डकैतों में से एक था. मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने 1959 में उनके सिर पर 50 हज़ार रुपये के इनाम की भी घोषणा की थी.
6. मदर इंडिया
साल 1957 में आई फिल्म 'मदर इंडिया' में नरगिस के उस मां के किरदार को कौन भूल सकता है जिसने अपने ही बेटे पर गोली चला दी थी. फिल्म में राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त ने नरगिस के बेटों की भूमिका निभाई थी. वैसे तो यह फिल्म अकेली मां के जीवन की कहानी पर बनाई गई फिल्म है लेकिन इस फिल्म में हालात का शिकार होकर सुनील दत्त डाकू बनने पर मजबूर हो जाता है.
7. बैंडिट क्वीन
हिंदी सिनेमा में जब भी डकैतों का जिक्र छिड़ेगा तो बैंडिट क्वीन का नाम जरूर आएगा.साल 1996 में आई इस फिल्म में डकैत फूलन देवी की जिंदगी को हुबहू पर्दे पर उकेरा था. शेखर कपूर निर्देशित ये फ़िल्म दर्शकों के लिए आई ओपनर रही थी और इसे खूब पसंद भी किया गया था.बीहड़ की खतरनाक महिला डकैत फूलन देवी पर बनी फिल्म बैंडिट क्वीन बेहतरीन फिल्मों में से एक है. इस फिल्म ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बहुत तारीफें बटोरी. बीहड़ की खतरनाक डकैत की असल जिंदगी पर फिल्माई गई फ़िल्म बैंडिट क्वीन को डाकुओं पर बनी फिल्मों में आईकॉनिक माना जाता है. फिल्म में सीमा विश्वास में फूलन देवी का किरदार निभाया था.
8. पान सिंह तोमर
साल 2012 में तिग्मांशु धूलिया निर्देशित फिल्म पान सिंह तोमर भी असल जिंदगी पर आधारित फिल्म है. असल कहानी पर बनी इस फिल्म में डाकू के किरदार को बेहद ही संवेदनशील तरीके से दिखाया गया है.ये फिल्म नेशनल लेवल के एथलीट रह चुके पान सिंह तोमर की बायोग्राफी है जिसे नेशनल अवार्ड भी मिला था. 7 बार भारतीय राष्ट्रीय खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट पान सिंह तोमर को उस वक्त डकैत बनने पर मजबूर होना पड़ता है जब उनकी मां की हत्या के बाद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती. इस फिल्म को डाकुओं पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है .इस फिल्म में इरफान खान ने पान सिंह तोमर का किरदार निभाया था.
9. चाइना गेट
साल 1998 में राजकुमार संतोषी के निर्देशन में बनी फिल्म चाइना गेट में खतरनाक डाकू जगीरा ने अपने खतरनाक स्टाइल से सब के मन में खौफ पैदा कर दिया था. फिल्में मुकेश तिवारी ने डाकू जगीरा का शानदार अभिनय किया था. सितारों से सजी इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, डेनी ,अमरीश पुरी के अलावा और भी कई नामी कलाकार नजर आए थे. फिल्में डाकू जगीरा का वो डायलॉग तो आप सभी को याद ही होगा 'मेरे मन को भाया मैं कुत्ता काट के खाया'.
10. सोनचिड़िया
साल 2019 में रिलीज हुई अभिषेक चौबे निर्देशित फिल्म 'सोनचिड़िया' डाकुओं की दुनिया को एक नए तरीके से पेश करती हुई फिल्म है. ये फिल्म डाकुओं की जिंदगी को लेकर बॉलीवुड के दर्शकों का नजरिया बदलने का दम रखती है. सोन चिड़िया की कहानी डाकू मानसिंह के गैंग की कहानी है. इस फिल्म में बीहड़ों को उस नजरिए से दिखाया गया है कि दर्शकों के मन-से घोड़े वाले डाकुओं की फिल्मों का हैंगओवर एक झटके में उतर जाएगा. इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत और भूमि पेडनेकर नजर आए थे.
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