
इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के शानदार एक्टर आर. माधवन बीते दो दशक से भी ज्यादा समय से सिनेमा में काम कर रहे हैं. इस दौरान एक्टर ने अपने अलग-अलग किरदारों से दर्शकों को खूब इंप्रेस किया है. अब एक्टर ने फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ी गहरी चिंता जताई है. एक्टर की मानें तो कोई भी कलाकार बतौर एक्टर उतना नहीं कमा सकता, जितना वह बतौर प्रोड्यूसर कमा सकता है. एक्टर ने आगे कहा अगर वह अभी भी 3 इडियट्स और रंग दे बसंती जैसी फिल्मों से पैसा कमा रहे होते तो उनके पास ‘पीढ़ियों को खिलाने के लिए पर्याप्त पैसा' होता. उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि इसीलिए शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार भी फिल्म निर्माता बन गए हैं.
'एक्टर के पास नहीं फाइनेंशियल सिक्योरिटी'
यह पूछे जाने पर कि क्या शाहरुख खान का अपने करियर की शुरुआत में ही निर्माता बन जाना, ताकि वे अपनी फिल्म से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकें, अच्छा फैसला था? माधवन ने कहा कि सबके लिए एक ही तरीका नहीं अपनाया जा सकता. उन्होंने कहा कि फिल्मी स्टार्स का 'ऊपरी तबका' ही ऐसा कर सकता है, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री के निचले तबके के लोगों के पास उतनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी नहीं है. उन्होंने कहा, 'अगर आपको दो अंकों में सैलरी मिल रही है, तो उन पर लागू होने वाले नियम अलग हैं, क्योंकि उन्होंने अपना भविष्य सुरक्षित कर लिया है'.
'अगर मैं हॉलीवुड स्टार होता'
एक्टर ने आगे कहा, 'अगर मैं एक हॉलीवुड अभिनेता होता और मेरे पास इतनी सारी हिट फिल्में होतीं, तो क्या आपको लगता है कि मैं (किसी जोखिम भरे प्रोजेक्ट) में हाथ डालने से पहले दोबारा सोचता? मैं तुरंत उसमें कूद पड़ता, क्योंकि मुझे पता है कि मेरी आने वाली पीढ़ियों का ध्यान सिर्फ तीन ब्लॉकबस्टर फिल्मों से ही रखा जा सकता है, लेकिन जब आपको पता होता है कि पेंशन प्लान नहीं है, लेकिन आपने एक ऐसा लाइफस्टाइल बना लिया है जिसे आपको बनाए रखना है, तो आप सोचने लगते हैं, इसलिए पैसे तो ले लो, पता नहीं कल मिलेगा के नहीं मिलेगा'. माधवन ने सुझाव दिया कि फिल्म इंडस्ट्री में गलत भुगतान आम बात है, लेकिन कोई भी उन्हें चुनौती देने की जहमत नहीं उठाता क्योंकि उनके पास न तो समय है और न ही संसाधन. उन्होंने आगे कहा, 'जैसे ही फॉल्ट पेमेंट संभव होगा, मुझे यकीन है कि हर कोई इसमें शामिल होना चाहेगा क्योंकि तब आप अपनी पसंद का काम कर सकते हैं'.
इस एक्टर का दिया उदाहरण
माधवन ने कहा कि अगर वह हॉलीवुड स्टार होते, तो अपनी कुछ हिट फिल्मों के लिए अभी भी खूब पैसा कमा रहे होते. उन्होंने कहा, 'एक मशहूर कहानी है कि अमरीश पुरी को स्टीवन स्पीलबर्ग की उस फिल्म के लिए अभी भी बकाया मिल रहा है, जो उन्होंने की थी, अगर मैं हॉलीवुड अभिनेता होता, तो दो-तीन फिल्में ही काफी होती, (शायद 3 इडियट्स, रंग दे बसंती और तनु वेड्स मनु) और मेरी आने वाले पीढ़ी बैठकर खाती'. फॉल्टी पेमेंट एक तरह से रॉयल्टी की तरह होती हैं, जो किसी फिल्म या शो पर काम करने वाले हर व्यक्ति को तब दी जाती है, जब वह फिल्म या शो टेलीविजन, स्ट्रीमिंग या अन्य माध्यमों से कमाई करता है.
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