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महेश भट्ट के जन्‍मदिन पर पूजा भट्ट ने लॉन्च किया अनफिल्टर्ड पॉडकास्‍ट, बताया कैसे पिता की एक बात से छोड़ दी थी शराब

बॉलीवुड की दुनिया में सफलता के झंडे गाड़ने वाले सफल प‍िता और पुत्री की जोड़‍ियों में शामि‍ल पूजा और महेश भट्ट के अनोखे रिश्‍ते अब पॉडकास्‍ट के जरिए आम लोगों से रू-ब-रू हैं.

महेश भट्ट के जन्‍मदिन पर पूजा भट्ट ने लॉन्च किया अनफिल्टर्ड पॉडकास्‍ट, बताया कैसे पिता की एक बात से छोड़ दी थी शराब
पूजा भट्ट ने लॉन्च किया अनफिल्टर्ड पॉडकास्ट
नई दिल्ली:

बॉलीवुड की दुनिया में सफलता के झंडे गाड़ने वाले सफल प‍िता और पुत्री की जोड़‍ियों में शामि‍ल पूजा और महेश भट्ट के अनोखे रिश्‍ते अब पॉडकास्‍ट के जरिए आम लोगों से रू-ब-रू हैं. दरअसल अभ‍िनेत्री व निर्देशक पूजा भट्ट ने अपने पिता महेश भट्ट के 76वें जन्मदिन के अवसर पर "मैंने दिल से कहा" के थीम पर अनफ‍िल्टर्ड पॉडकास्ट लॉन्च किया है. इस पॉडकास्‍ट में पूजा भट्ट ने अपने शराब की लत के अनुभव के बारे में खुलकर बात की है. उन्‍होंने इसमें बताया है कि कैसे उनके पिता महेश भट्ट के संदेश ने उनकी ज़िंदगी बदल दी. उन्‍होंने 'हम अपनी कहानी के मालिक हैं या फिर यह हमारी कहानी है...' के थीम पर अनुभवों से गुजरते भावों को पॉडकास्ट में शामिल किया है.

भट्ट के शिष्य इमरान जाहिद द्वारा प्रोड्यूस्‍ड इस पॉडकास्‍ट में शोहरत, प्यार और दूसरी लतों को भी बेबाकी से शाम‍िल किया गया है.पूजा ने नशे की लत से जुड़े अपने अनुभवों पर इसमें खुलकर बात की, जिसमें उन्होंने अपनी पहली फिल्म 'डैडी' और उससे उबरने और उसे नया रूप देने के अनुभवों का भी जिक्र किया है. वह अपनी जिंदगी की चुनौतियों के बारे में साझा करती हैं और बताती हैं कि किस तरह से उन्होंने जीवन के प्रति उनके नजरिए को आकार दिया.

अपने अनुभवों पर वह मुखरता के साथ अपने अतीत को अपनाने के साहस के साथ अपनी विरासत को लिखने के जज्‍बे की व्‍याख्‍या करती नजर आती हैं. वह बताती हैं क‍ि कैसे 17 वर्ष की उम्र में उन्‍होंने पिता के निर्देशन में अपनी पहली फिल्म 'डैडी' में काम किया, जो एक ऐसी लड़की की कहानी है जो अपने पिता को शराब की लत में डूबने से बचाती है. इसके बाद की विडंबना को भी वह स्‍वीकारती हैं क‍ि उन्‍होंने 44 साल की उम्र में खुद को भी उसी सरीखे लत से जूझते हुए पाया और खुद को उससे उबारा भी. पूजा बताती हैं क‍ि मेरे पिता ने एक बार मुझे एक संदेश भेजा था, जिसमें कहा था, 'पूजा, अगर तुम मुझसे प्यार करती हो, तो खुद से भी प्यार करो. मैं तुम्हारे अंदर रहता हूं'. उस संदेश ने इतना बदल द‍िया क‍ि उसी पल से शराब पीना छोड़ने का फैसला कर ल‍िया.

पूजा ने यह भी बताया कि पॉडकास्ट नशे की लत के संवेदनशील और भावनात्मक पहलुओं को भी उजागर करता है, जिसमें खुलकर संबंधों और जीवन के विविध पहलुओं पर चर्चा की गई है. उन्‍होंने बताया क‍ि, "यह पॉडकास्ट मेरे दिल की गहराई से जुड़ी एक अनफ़िल्टर्ड यात्रा है, जिसमें ऐसे मेहमान शामिल हैं, जिन्होंने अपने जीवन में इसी तरह की ही लड़ाइयां लड़ी हैं. असली रोल मॉडल वह होते हैं जो अपनी खामियों और असफलताओं को दुनिया को दिखाते हैं".

इस पॉडकास्‍ट के बारे में महेश भट्ट ने भी बात की और बताया क‍ि, "यह पॉडकास्ट वास्तविक जीवन के लोगों की वास्तविक कहानियों से संबंधित है जिन्होंने अंधकार का स्वाद भी चखा है और दुनिया के साथ साझा करने के लिए ही उनका जीवन है. यह व्यक्तियों के आघात और प्रेरणादायक जीवन के यात्रा वृतांत को भी उजागर करता है. यह पॉडकास्ट नशे की लत को व्यापक दायरे में तलाशता है जो मादक पदार्थों के सेवन से परे है, उपचार के वास्‍तवि‍क भावनाओं को भी यह प्रकट करता है".

इस पॉडकास्ट का निर्माण महेश भट्ट के शिष्य इमरान जाहिद ने किया है, जो अपने गुरु के जन्मदिन को मनाने के लिए इस तरह के सार्थक पहल के जरिए खुद को भी सम्मानित महसूस करते हैं. जाहिद कहते हैं, "यह प्रोजेक्ट मेरे दिल में एक खास जगह रखता है". वह इस बात पर जोर देते हैं कि महेश और पूजा भट्ट उनके जीवन में महत्वपूर्ण शख्सियत हैं और वह उनके साथ बिताए गए समय और अनुभवों को सहेजकर रखना चाहते हैं.

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