'मंटो' फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और डायरेक्टर नंदिता दास
नई दिल्ली:
अभिनेत्री-फिल्मकार नंदिता दास द्वारा निर्देशित नवाजुद्दीन सिद्दीकी की 'मंटो' का ट्रेलर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगा. एचपी स्टूडियोज, फिल्मस्टॉक और वायकॉम18 मोशन पिक्चर्स द्वारा सह-निर्मित 'मंटो' लेखक सआदत हसन मंटो के इर्द-गिर्द घूमती है. नवाजुद्दीन इस किरदार को जीवित करते दिखाई देंगे. नंदिता ने कहा, "हमारे एक मुख्य निर्माता और एचपी स्टूडियो के साथ मिलकर फिल्म का विपणन और वितरण करने वाली कंपनी, वायकॉम 18 ने डिजिटल ट्रेलर को लॉन्च करने का फैसला किया. यह पूरी तरह से उनका विचार था."
आखिर किससे नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, 'शुक्रिया यह जताने के लिए कि मैं काला हूं...'
यह पूछे जाने पर कि आप भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की स्थिति के बारे में क्या सोचते हैं? उन्होंने कहा, "मैं आशावादी हूं. इसलिए, मेरा मानना है कि लेखक और कलाकार अपने काम के माध्यम से अपना सच्चाई व्यक्त करना जारी रखेंगे. हम, पाठकों और दर्शकों के रूप में, एक मजबूत और परिपक्व समाज के लिए, अपने लोगों के लिए ऐसे लोगों का समर्थन करने की आवश्यकता है."
शराब की एक बोतल के लिए कहानी लिख देते थे मंटो, आज बॉलीवुड है उन पर फिदा
यह फिल्म लेखक मंटो के 1946 से 1950 तक के जीवन पर केंद्रित है. लेखक भारत विभाजन पर लिखी गई अपनी कहानियों के लिए दुनिया भर में विख्यात हैं. उनका जन्म 11 मई, 1912 को हुआ था और वह बाद में पाकिस्तान चले गए. मंटो का निधन 55 साल की उम्र में 18 जनवरी, 1955 को हुआ.
VIDEO: सैफ, नवाज की नई वेब सीरीज 'सेक्रेड गेम्स'
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
(इनपुट आईएएनएस से भी)
आखिर किससे नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, 'शुक्रिया यह जताने के लिए कि मैं काला हूं...'
“And it is possible that Saadat Hasan dies, but MANTO remains alive”.
— Nawazuddin Siddiqui (@Nawazuddin_S) April 12, 2018
Glad to inform that ‘MANTO’ is selected for competition at #Cannes2018 in #UnCertainRegard section.
Congratulations @nanditadas and Team #Manto pic.twitter.com/LBKcSVb1vb
यह पूछे जाने पर कि आप भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की स्थिति के बारे में क्या सोचते हैं? उन्होंने कहा, "मैं आशावादी हूं. इसलिए, मेरा मानना है कि लेखक और कलाकार अपने काम के माध्यम से अपना सच्चाई व्यक्त करना जारी रखेंगे. हम, पाठकों और दर्शकों के रूप में, एक मजबूत और परिपक्व समाज के लिए, अपने लोगों के लिए ऐसे लोगों का समर्थन करने की आवश्यकता है."
#Manto pic.twitter.com/7MsZeDQVhV
— Nawazuddin Siddiqui (@Nawazuddin_S) August 9, 2018
शराब की एक बोतल के लिए कहानी लिख देते थे मंटो, आज बॉलीवुड है उन पर फिदा
यह फिल्म लेखक मंटो के 1946 से 1950 तक के जीवन पर केंद्रित है. लेखक भारत विभाजन पर लिखी गई अपनी कहानियों के लिए दुनिया भर में विख्यात हैं. उनका जन्म 11 मई, 1912 को हुआ था और वह बाद में पाकिस्तान चले गए. मंटो का निधन 55 साल की उम्र में 18 जनवरी, 1955 को हुआ.
VIDEO: सैफ, नवाज की नई वेब सीरीज 'सेक्रेड गेम्स'
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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