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This Article is From Jun 30, 2020

Google Doodle Honors Marsha P Johnson: मार्शा पी. जॉनसन को गूगल ने किया सम्मानित, बनाया डूडल

Google Doodle Marsha P Johnson: गूगल ने आज अमेरिका में समलैंगिक अधिकारों के लिए लड़ने वाली क्रांतिकारी मार्शा पी. जॉनसन (Google Doodle Celebrating Marsha P Johnson) का गूगल डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया है.

Google Doodle Honors Marsha P Johnson: मार्शा पी. जॉनसन को गूगल ने किया सम्मानित, बनाया डूडल
Marsha P Johnson Google Doodle: मार्शा पी. जॉनसन को गूगल डूडल ने किया सम्मानित
नई दिल्‍ली:

Google Doodle Marsha P Johnson: गूगल (Google) ने आज अमेरिका में समलैंगिक अधिकारों के लिए लड़ने वाली क्रांतिकारी मार्शा पी. जॉनसन (Marsha P Johnson) का डूडल (Doodle) बनाकर उन्हें सम्मानित किया है. मार्शा जॉनसन ने समलैंगिक अधिकारों के लिए लड़ते-लड़ते ही दुनिया को अलविदा कह दिया था. पिछले साल इसी दिन मार्शा जॉनसन (Google Doodle Celebrating Marsha P. Johnson) को मरणोपरांत न्यूयॉर्क सिटी प्राइड मार्च के भव्य मार्शल के रूप में सम्मानित किया गया था. न्यूयॉर्क सिटी ने ग्रीनविच विलेज में मार्शा और उनके साथी ट्रांसजेंडर कार्यकर्ता सिल्विया रिवेरा की मूर्तियों को खड़ा करने की घोषणा की थी, जो कि ट्रांसजेंडर लोगों के सम्मान में दुनिया के पहले स्मारकों में से एक थी. 

24 अगस्त, 1945 को अमेरिका के एलिजाबेथ शहर में जन्में मार्शा पी. जॉनसन (Google Doodle Marsha P Johnson) 1963 में हाई स्कूल में स्नातक करने के बाद न्यूयॉर्क सिटी के ग्रीनविच विलेज आ गए थे, जो कि LGBTQ+ लोगों के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र माना जाता था. यहां उन्होंने कानूनी तौर पर अपना नाम मार्शा पी. जॉनसन में बदल लिया. उनके नाम में P (Pay It No Mind) शब्द कथित तौर पर उन लोगों की प्रतिक्रिया के लिए खड़ा था, जिन्होंने उनके लिंग पर सवाल उठाना चाहा. मार्शा (Google Doodle Honors Marsha P. Johnson) को 1969 में स्टोनवेल में हुए विद्रोह के प्रमुख नेताओं के रूप में माना जाता है, जो कि व्यापक रूप से अंतर्राष्ट्रीय LGBTQ+ अधिकार आंदोलन के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ भी था. वह आंदोलन के माध्यम से समलैंगिकों को आम जनता की तरह अधिकार दिलाना चाहते थे. 

सितंबर 2018 में भारत में सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए समलैंगिक संबंधों को अपराध बताने वाली धारा 377 को रद्द कर दिया था. बॉलीवुड में भी कई फिल्में समलैंगिक समुदायों पर बनाई गई हैं, जिसमें आयुष्मान खुराना की फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान से लेकर सोनम कपूर की एक लड़की को देखा शामिल है.

1. एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
इस फिल्म में अनिल कपूर, जूही चावला, राजकुमार राव और सोनम कपूर ने मुख्य भूमिका अदा की थी. इस फिल्म में सोनम कपूर ने समलैंगिक लड़की का किरदार अदा किया था, जिसे कुहू से प्यार हो जाता है. लेकिन उनके परिवार वालों को इस बारे में कोई खबर नहीं होती.

2. शुभ मंगल ज्यादा सावधान
इस फिल्म में आयुष्मान खुराना और जितेंद्र कुमार ने मुख्य भूमिका अदा की है, जो कि समलैंगिकता पर आधारित है. फिल्म में एलजीबीटी समुदाय के प्रति लोगों के नजरिये को बखूबी दर्शाया गया है. 

3. कपूर एंड सन्स
आलिया भट्ट, फवाद खान, सिद्धार्थ मल्होत्रा और ऋषि कपूर की यह फिल्म एक फैमिली ड्रामा है. फिल्म में फवाद खान ने गे का किरदार अदा किया है. फिल्म की खास बात यह है कि इसमें रूढ़ीवाद को न दिखाते हुए जीवन की सच्चाई को बखूबी दिखाया गया है. 

4. बॉम्बे टॉकीज
करण जौहर, अनुराग कश्यप, जोया अख्तर और दिबाकर बनर्जी के निर्देशन में बनी यह फिल्म गे कपल की कहानी पर आधारित है. इस फिल्म में रणदीप हुड्डा और साकिब सलीम ने मुख्य भूमिका अदा की है. 

5. फायर
1996 में बनी फायर में बॉलीवुड फिल्मों के जरिए पहली बार समलैंगिकता को बखूबी दिखाया गया था. यह फिल्म लेस्बियन रिश्ते पर आधारित है, जिसमें शबाना आजमी और नंदिता दास ने मुख्य भूमिका अदा की है.  

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