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This Article is From Jul 14, 2021

Top 5 Role Of Vinay Pathak: अपने सहज अभिनय से किरदार को जीवंत कर देने वाले विनय पाठक के 5 बेहतरीन रोल

विनय पाठक अभिनय बेहद सहज और नैसर्गिक दिखाई देता है. उन्होंने अब तक 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और उनका हर किरदार अलग छाप छोड़ जाता है.

Top 5 Role Of Vinay Pathak: अपने सहज अभिनय से किरदार को जीवंत कर देने वाले विनय पाठक के 5 बेहतरीन रोल
विनय पाठक (Vinay Pathak)
नई दिल्ली:

अभिनेता, थियेटर आर्टिस्ट, टीवी प्रेजेंटर और निर्माता विनय पाठक (Vinay Pathak) की बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान है. उनका अभिनय बेहद सहज और नैसर्गिक दिखाई देता है. उन्होंने अब तक 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और उनका हर किरदार अलग छाप छोड़ जाता है. हालांकि उनकी अभिनय क्षमता के तुलना में उनको जो मुकाम मिलना चाहिए वह अब तक उन्हें नहीं मिला है. आज हम आपको उनके पांच ऐसे बेहतरीन किरदार के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसमें उन्होंने यह साबित किया है कि वो एक एसे बेहतरीन अभिनेता हैं.

आसिफ इकबाल (खोसला का घोसला)
2006 में आयी फिल्म 'खोसला का घोसला' (Khosla Ka Ghosla) में विनय पाठक ने बहुत ही बेहतरीन अभिनय किया था. इस फिल्म उन्होंने आसिफ इकबाल के किरदार निभाया था और एक वीजा एजेंट के रोल में नजर आए थे. फिल्म में विनय कॉमेडी की ने लोगों को खूब हंसाया था.

इनकम टैक्स ऑफिसर भारत भूषण (भेजा फ्राई)
साल 2007 में आयी 'भेजा फ्राई' (Bheja Fry) फिल्म में विनय पाठक ने भारत भूषण नाम से एक इनकम टैक्स ऑफिसर का मजेदार किरदार निभाया था. अपने  इस किरदार से उन्होंने लोगों को खूब हंसाया था. विनय पाठक की यह फिल्म और उनका किरदार दर्शकों को इतना पसंद आया था कि 2011 में भेजा फ्राई 2 के नाम से इसका सीक्वल बनाया गया था.

मन्नू गुप्ता (चलो दिल्ली)

इस ये पूरी फिल्म विनय पाठक और लारा दत्ता के किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है. दोनों अलग-अलग तरह के दो लोग मजबूरियों में फंसे दिल्ली तक का सफर साथ-साथ तय करते हैं. इसी सफर में दर्शकों को ढेर सारी हंसी और ठहाकों के साथ जिंदगी के कुछ अहम फलसफे भी देखने को मिलते हैं.

पूर्व स्वतंत्रता सेनानी (गौर हरि दास्तां) अगर आपको लगता है कि विनय पाठक केवल कॉमेडी ही कर सकते हैं तो आप अनंत महादेवन की फिल्म गौर हरि दास्तां जरूर देखनी चाहिए. एक वयोवृद्ध पूर्व फ्रीडम फायटर की बायोग्राफी पर आधारित इस फिल्म में विनय पाठक ने इस किरदार को बेहतरीन ढंग से जिया है. 

अमर कौल (दासविदानिया)

2008 में आयी फिल्म 'दासविदानिया' एक बेहतरीन फिल्म है, जिसमें विनय पाठक ने अमर कौल नाम से दमदार किरदार निभाया था. दरअसल दासविदानिया रशियन शब्द है जिसका मतलब अलविदा होता है. इस फिल्म में अमर कौल को पता चल जाता है उसे एक गंभीर बीमारी है, जिसके चलते कुछ दिनों में उसकी मौत हो जाएगी. जिसके बाद वो अपने सपनों की लिस्ट बनाता है और उन्हें मरने से पहले पूरा करता है.

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