
कान फिल्म फेस्टिवल या किसी भी ऐसे सम्मानित मंच पर अपनी फिल्म को लेकर जाना हर किसी का सपना होता है लेकिन इस सपने को सच कर दिखाना हर किसी के बस की बात नहीं होती. क्योंकि सपने मांगते हैं कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय. अगर इन दोनो का साथ हो तो आप किसी भी मुकाम तक पहुंच सकते हैं. गुजरात की एक फिल्म मेकर चंदा पटेल ने भी कुछ ऐसा ही सपना देखा और 78वें कान फिल्म फेस्टिवल अपने इस सपने को साकार होते भी देखा. चंदा अपनी फिल्म 'तेरा मेरा नाता' के पोस्टर लॉन्च के लिए वहां पहुंची थीं. कान से लौटने के बाद चंदा ने एनडीटीवी से खास बातचीत में अपने एक्सपीरियंस शेयर किए.
चंदा पटेल ने बताया कि कान में जाना कोई आसान बात नहीं है. यहां कोई यूं ही नहीं चला जाता. इसकी पूरी प्रोसेस होती है. आपकी फिल्म की एंट्री जब सिलेक्ट होती है तब आपको खबर दी जाती है कि आप भी इसमें शामिल होने वाले हैं. चंदा ने बड़ी शान से भारत और गुजरात का नाम रौशन किया. चंदा की इस फिल्म में नए सितारों ने काम किया है. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने नए फिल्म मेकर्स के चैलेंजेस भी शेयर किए.
फिल्म मेकिंग से जुड़े चैलेंजेस पर चंदा ने कहा, करण जौहर की बात कर लीजिए उन्होंने कितने नए लोगों को मौका दिया है. अब जब वो फेमस हो जाते हैं तो वो भूल जाते हैं कि वो क्या थे और नए प्रोड्यूसर या नए डायरेक्टर के साथ वो भी काम नहीं करना चाहते. करण जौहर को तो सब बोलते हैं कि वो तो स्टार किड्स को मौका देते हैं उन्हें नए लोगों को काम दिया लेकिन वही अब नए लोगों के साथ काम नहीं करते.
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