Gadar 2: 'गदर 2' आने से पहले हर किसी के मन में एक ही सवाल था कि आखिर अमरीश पुरी की तरह दमदार विलेन की भूमिका कौन निभा सकता है. इस कहानी को कौन आगे बढ़ा सकता है. इसकी तलाश शुरू हुई तो फिल्म मेकर्स ने हिंदी से लेकर साउथ तक एक्टर्स की लिस्ट निकाल ली, लेकिन तलाश खत्म हुई मनीष वाधवा (Manish Wadhwa) के नाम पर. मनीष वाधवा ने भी ऐसा किरदार निभाया कि हर किसी के जेहन में वो रच-बस गया और आज उनकी पहचान अलग लेवल पर पहुंच गई है. मनीष वाधवा ने पहली बार अपने पिता की फिल्म में काम किया. इससे पहले वो शाहरुख खान की फिल्म में भी विलेन बन चुके हैं. मनीष वाधवा को लेकर एक कहानी पॉपुलर है कि टीवी पर चाणक्य के रोल के लिए उन्होंने 13 साल पहले अपना सिर मुंड़वाया था लेकिन आजतक बाल नहीं उगा पाए. पढ़ें 'गदर 2 (Gadar 2)' के विलेन मनीष वाधवा की बाल्ड स्टोरी (Bald Story).
कौन हैं गदर 2 के हामिद इकबाल
अंबाला में जन्में मनीष वाधवा (Manish Wadhwa) के पिता एयरफोर्स में थे और मां हाउसवाइफ. सरकारी नौकरी से रिटायर होने के बाद पिता फिल्म इंडस्ट्री में अपनी खुद की फिल्म बनाना चाहते थे, हालांकि, उनका सपना कभी पूरा नहीं हुआ. उन्होंने एक फिल्म तो बनाई लेकिन वो दर्शकों तक नहीं पहुंच पाई. इस फिल्म में उन्होंने बेटे से ही एक्टिंग करवाई थी. आज मनीष वाधवा एक पहचान बन चुके हैं लेकिन पिता के साथ शूटिंग का वो एक्सपीरिएंस उन्हें आजतक याद है.
गदर 2 के एक्टर की बाल्ड स्टोरी
एक इंटरव्यू में मनीष वाधवा ने बताया कि उनकी जिंदगी में सबसे बड़ा बदलाव 'चाणक्य' का रोल मिलने के बाद आया है. हालांकि, उनकी एक 'हां' की वजह से 12 सालों से बाल बढ़ाने का मौका ही नहीं मिला. इसे मनीष लाइफ चेंजर मानते हैं. मनीष ने बताया कि 'करीब 13 साल पहले 22 दिसंबर 2010 में वडोदरा में मेरा कॉल टाइम था. मैं 21 दिसंबर की रात ही वहां पहुंच गया. प्रोडक्शन ने पहले ही मुझे बता दिया था कि सिर मुंड़वाना है, लेकिन मन में दुविधा चल रही थी कि बाल कटवाने चाहिए या नहीं. क्योंकि मेरे बाल ही मेरी यूएसपी थे. मेरे स्ट्रेट बाल हर किसी को पसंद थे. मन में एक बात और चल रही थी कि डॉक्टर चंद्रप्रकाश जी बहुत ही शानदार तरीके से चाणक्य का किरदार निभा चुके हैं और उनके बाद जितने भी रीमेक हुए सब फ्लॉप हुए, ऐसे में मैं कुछ अलग कर सकता हूं.'
इस वजह से गदर 2 के एक्टर ने मुंड़वाए थे बाल
मनीष वाधवा बताते हैं कि 'मुझे चाणक्य का किरदार तो निभाना था, बाल भी कटवाने थे लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि मेरा रोल उन्हें पसंद आएगा कि नहीं. मुझे ये भी पता था कि इससे बड़ा किरदार मुझे कभी नहीं मिल सकता था. चूंकि दो बजे कॉल टाइम था और 12 बजे तक मैंने बाल शेव नहीं करवाए थे. मन में चल रहा था कि कोई बहाना करके निकल जाऊं क्या. मन में उधेड़बुन लिए किसी तरह सेट पर पहुंचा तो वहां मुझे देखकर लोग नाराज हो गए. कड़ी आवाज में मुझसे पूछा गया कि अब तक बाल क्यों नहीं कटवाए. शॉट से पहले बाल शेव करवाने पर स्क्रीन पर नजर आएगा. मैंने बिना कुछ सोचे अपना बाल मुंड़वा लिए. सोचा बाल तो फिर जब चाहे तब उगा लूंगा लेकिन चाणक्य का रोल बार-बार नहीं मिलने वाला है. उस दिन लिया गया फैसला आज 13 साल बाद भी मेरे साथ है. आजतक लोगों ने मेरे बाल नहीं उगने दिए. 'चाणक्य' ने मेरी जिंदगी बदली और अब उसी तरह के रोल फिल्मों में भी ऑफर होने लगे हैं.
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