धर्मेन्द्र अब नहीं रहे. धर्मेंद्र ने उम्र संबंधी बीमारी से जूझते हुए आज 24 नवंबर को अपने घर में आखिरी सांस ली. इस दुख की घड़ी में एक्टर का पूरा परिवार उनके सामने था. हाल ही में एक्टर की तबीयत बिगड़ी थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था. आज हिंदी सिनेमा के ही-मैन ने दुनिया को अलविदा कह दिया है . वह ना सिर्फ एक अभिनेता थे, बल्कि उनसे करोड़ों लोगों की भावनाएं जुड़ी है. इसी बीच उनके कई पुराने इंटरव्यू सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहे हैं. इन्हीं में से एक इंटरव्यू में धर्मेन्द्र ने अपनी जिंदगी का एक ऐसा किस्सा बताया था, जिसका पछतावा उन्हें ताउम्र रहा. धर्मेन्द्र ने यह किस्सा सा रे गा मा पा लिटिल चैम्प्स के मंच पर सुनाया था. उन्होंने कहा कि वह एक टीचर के बेटे थे, इसलिए स्कूल के दिनों में बहुत अनुशासित और पढ़ाई में अच्छे थे. लेकिन कॉलेज पहुंचते-पहुंचते उनकी जिंदगी में मौज-मस्ती बढ़ गई.
पढ़ाई पीछे छूट गई.
इसी दौर में उन्होंने एक ऐसी गलती की, जिसका उन्हें हमेशा अफसोस रहा. धर्मेन्द्र ने बताया था कि एक बार कॉलेज में उन्होंने क्लर्क को रिश्वत दी थी, ताकि उनकी खराब मार्कशीट उनके बाबूजी तक न पहुंचे. वह जानते थे कि उनके पिता, जो लुधियाना के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हेडमास्टर थे, पढ़ाई को लेकर कितने सख्त और ईमानदार थे. उनकी उम्मीदों पर खरे न उतर पाने की शर्म ने उन्हें यह गलत कदम उठाने पर मजबूर किया.
धर्मेन्द्र ने कहा था कि यह बात उनके दिल पर हमेशा बोझ बनकर रही. आखिरकार उन्होंने अपनी मां के सामने अपनी गलती स्वीकार कर ली थी. उन्होंने बताया कि अपनी पढ़ाई को लेकर पिता को धोखा देने का पछतावा इतना गहरा था कि वे उसे कभी भुला नहीं पाए.
आज जब सोशल मीडिया पर उनका यही इंटरव्यू फिर से सामने आया है, फैन्स एक बार फिर धर्मेन्द्र की ईमानदारी, सादगी और भावुकता की तारीफ कर रहे हैं. और यह भी याद दिला रहे हैं कि असली सितारा वही है जो अपनी गलती स्वीकार करने की हिम्मत रखता है.
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