कई भारतीय सेलेब्रिटीज ने बांग्लादेश में एक हिंदू आदमी की मॉब लिंचिंग पर जवाबदेही की मांग की है, जहां अगले साल की शुरुआत में आम चुनावों से पहले बड़े पैमाने पर हिंसा के बीच तनाव बना हुआ है. ढाका से लगभग 100 किमी दूर मैमनसिंह में पिछले हफ्ते 30 साल के गारमेंट फैक्ट्री वर्कर दीपू चंद्र दास को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. एक वायरल वीडियो में भीड़ को इस बर्बरता का जश्न मनाते देखा गया, जब दास के शरीर को एक पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई, इस घटना से पूरे दक्षिण एशिया में सदमे की लहर दौड़ गई.
इस घटना को "अमानवीय और बर्बर" बताते हुए, सेलेब्रिटीज ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की बढ़ती चिंताओं पर हिंदुओं को एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए, जहां इस्लामी भीड़ बेकाबू हो गई है, सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में तोड़फोड़ कर रही है और हिंदुओं को निशाना बना रही है.
"बर्बर. अमानवीय. नरसंहार"
इंस्टाग्राम पर "दीपू चंद्र दास" टाइटल वाली एक लंबी पोस्ट में, एक्ट्रेस जान्हवी कपूर ने इसे "पाखंड" बताया जब बांग्लादेश में ऐसी बर्बरता गुस्सा नहीं जगा पाती.
उन्होंने लिखा, "बांग्लादेश में जो हो रहा है वह बर्बर है. यह नरसंहार है, और यह कोई अकेली घटना नहीं है. अगर आपको उसकी अमानवीय पब्लिक लिंचिंग के बारे में नहीं पता है, तो इसके बारे में पढ़ें, वीडियो देखें, सवाल पूछें और अगर इन सबके बावजूद आपको गुस्सा नहीं आता है, तो यह ठीक इसी तरह का पाखंड है जो हमें पता चलने से पहले ही खत्म कर देगा. हम दुनिया के दूसरी तरफ की चीजों के बारे में रोते रहेंगे जबकि हमारे अपने भाई-बहनों को जलाकर मार दिया जाता है (sic)."

उन्होंने सांप्रदायिक उग्रवाद की निंदा करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया, लोगों से "सांप्रदायिक गोलीबारी" में खोई निर्दोष जिंदगियों के लिए खड़े होने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, "किसी भी रूप में सांप्रदायिक भेदभाव और उग्रवाद, चाहे हम पीड़ित हों या अपराधी - हमारी इंसानियत को भूलने से पहले इसकी निंदा की जानी चाहिए. हम प्यादे हैं जो मानते हैं कि हम एक अदृश्य रेखा के दोनों ओर रहते हैं. इसे पहचानें और खुद को ज्ञान से लैस करें ताकि आप उन निर्दोष जिंदगियों के लिए खड़े हो सकें जो इस सांप्रदायिक गोलीबारी में लगातार खो रही हैं और आतंकित हो रही हैं."
"बांग्लादेश के हिंदुओं पर सबकी नजर"
हिंदी और साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अपनी हिट फिल्मों के लिए जानी जाने वाली काजल अग्रवाल ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर "बांग्लादेश के हिंदुओं पर सबकी नजर" वाला एक पोस्टर शेयर किया. उन्होंने बांग्लादेश में बढ़ते इस्लामी कट्टरपंथ के कारण डर में जी रहे हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए ऐसा किया. पोस्टर में एक आदमी को आग लगाकर पेड़ से लटका हुआ दिखाया गया था, जो दास की लिंचिंग की घटना का विजुअल रेफरेंस था. उस पर लिखा था, "हिंदुओं जागो, चुप्पी तुम्हें नहीं बचाएगी."
एक्ट्रेस और पूर्व सांसद जया प्रदा ने कहा कि जिस बेरहमी से दास को मारा गया, उसे देखकर उनका दिल दहल गया है. अपने वीडियो मैसेज में, वह अपने इमोशंस को कंट्रोल करने की कोशिश करती दिख रही हैं, क्योंकि उन्होंने मॉब लिंचिंग को हिंदू धर्म पर हमला बताया और इस पर चुप्पी पर सवाल उठाया.
VIDEO | Former MP and actor Jaya Prada (@realjayaprada) says, "Today I am very unhappy, my heart is bleeding, thinking how such kind of brutality can be done to a person, in Bangladesh, an innocent Hindu person Dipu Charan Das was lynched by a mob, they not only killed him, but… pic.twitter.com/oBN3dNE1vx
— Press Trust of India (@PTI_News) December 25, 2025
उन्होंने कहा, "आज मैं बहुत दुखी हूं, मेरा दिल खून के आंसू रो रहा है, यह सोचकर कि बांग्लादेश में किसी इंसान के साथ इतनी बेरहमी कैसे की जा सकती है. एक बेगुनाह हिंदू व्यक्ति दीपू चंद्र दास को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला. उन्होंने न सिर्फ उसे मारा, बल्कि पेड़ से बांधकर आग लगा दी. क्या यह नया बांग्लादेश है? यह सामान्य हिंसा नहीं है. यह मॉब लिंचिंग है. यह हिंदू धर्म पर हमला है. हमारे मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, महिलाओं पर हमला किया जा रहा है, हम कब तक चुप रहेंगे? हम सेक्युलरिज्म के नाम पर चुप हैं, हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए, हमें वहां के लोगों की मदद करनी चाहिए... हमें मिलकर उनके लिए न्याय दिलाने की कोशिश करनी चाहिए."
हेरा फेरी में अपने रोल के लिए मशहूर एक्टर मनोज जोशी ने कहा, "जब गाजा या फिलिस्तीन में कुछ होता है तो सब आगे आते हैं, लेकिन जब बांग्लादेश में किसी हिंदू को मारा जाता है, तो यह बहुत दुख की बात है कि कोई आगे नहीं आता. समय इसका जवाब देगा."
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