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दूरदर्शन में एंकर, बाद में बनी सिनेमा की सुपरस्टार, 31 की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, मरने के बाद सुहागन की तरह सजाई गई यह एक्ट्रेस 

1980 के दशक में स्मिता पाटिल की लगभग हर फिल्म हिट होती थी. रोमांटिक किरदार ही नहीं, गंभीर किरदारों में भी उन्होंने अपनी एक्टिंग से जान डाल दी. उन्होंने उस दौर में लगभग सभी बड़े स्टार्स के साथ बतौर हीरोइन फिल्मों में काम किया.

दूरदर्शन में एंकर, बाद में बनी सिनेमा की सुपरस्टार, 31 की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, मरने के बाद सुहागन की तरह सजाई गई यह एक्ट्रेस 
1970-80 के दशक में सुपरस्टार थी ये एक्ट्रेस
नई दिल्ली:

1970-80 का दशक हिंदी सिनेमा के लिए गोल्डन पीरियड था. उस दौर में कई बेहतरीन एक्टर्स ने अपनी प्रतिभा से इंडस्ट्री का नाम रौशन किया. उस दौर के एक्टर्स की फिल्में और गाने फैंस आज भी देखना सुनना पसंद करते हैं. ऐसी ही एक एक्ट्रेस हैं, जिन्हें उस दौर में सुपरस्टार कहा जाता था. हम बात कर रहे हैं उस दौर की मशहूर अभिनेत्री स्मिता पाटिल की. स्मिता ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दीं. 1980 के दशक में स्मिता पाटिल की लगभग हर फिल्म हिट होती थी. रोमांटिक किरदार ही नहीं, गंभीर किरदारों में भी उन्होंने अपनी एक्टिंग से जान डाल दी. उन्होंने उस दौर में लगभग सभी बड़े स्टार्स के साथ बतौर हीरोइन फिल्मों में काम किया. हिंदी सिनेमा में बेहतरीन एक्टिंग के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान भी मिल चुका है. जहां एक तरफ फिल्मों में अपनी उम्दा एक्टिंग के लिए इस एक्ट्रेस को खूब सराहा गया तो वहीं इस एक्ट्रेस की पर्सनल लाइफ भी खूब सुर्खियों में रही. 

स्मिता पाटिल का जन्म 17 अक्तूबर 1955 को एक राजनीतिक परिवार में हुआ था. स्मिता पाटिल हिंदी सिनेमा में 1970-80 के दशक में बेहद मशहूर अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल थीं. उन्होंने आर्ट फिल्मों से लेकर बॉलीवुड मसाला फिल्मों में भी काम किया . स्मिता पाटिल ने 1975 में श्याम बेनेगल की फिल्म 'चरणदास चोर' से अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने हिंदी, मराठी, गुजराती, मलयालम सहित करीब अस्सी से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उन्हें नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड के अलावा साल 1985 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया.

उस दौर में स्मिता अपने पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में रही. उन पर एक शादीशुदा एक्टर का घर तोड़ने का आरोप लगा. दरअसल, स्मिता और बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर रिलेशनशिप में थे और राज पहले से शादी शुदा थे. दोनों 1982 में 'भीगी पलकें' की शूटिंग के दौरान मिले, और यह मुलाकात प्यार में बदल गई. स्मिता को इस रिश्ते के कारण काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. राज और स्मिता भीगी पलकें की शूटिंग के दौरान ओडिशा में मिले थे. दोनों में पहली मुलाकात में ही लड़ाई हो गई थी. दूसरी मुलाकात में स्मिता राज की पर्सनालिटी और व्यवहार से इंप्रेस हो गई थीं.

कहा जाता है कि स्मिता के इस फैसले से उनके माता-पिता खुश नहीं थे. लेखिका मैथिली राव ने अभिनेत्री की बायोग्राफी में लिखा है कि स्मिता की मां राज और स्मिता के रिश्ते के खिलाफ थीं. उनका कहना था कि महिलाओं के लिए लड़ने वाली स्मिता किसी और का घर कैसे तोड़ सकती हैं. दोनों के अफेयर के बारे में जब राज की पत्नी नादिरा को पता चला तो उन्होंने इसे गॉसिप माना. हालांकि जब सच सामने आया तो नादिरा ने काफी हिम्मत दिखाई. राज बब्बर ने स्मिता के साथ रहने के लिए पत्नी नादिरा को छोड़ दिया था.

इस बारे में राज बब्बर ने एक इंटरव्यू में कहा था, स्मिता और उनका रिश्ता कुछ ऐसा था, जो बस जुड़ गया. एक इंटरव्यू में नादिरा ने कहा था स्मिता मेरे पति के बेहद क्लोज थी. भले ही उनका मेरे पति के साथ अफेयर था, लेकिन मुझे भरोसा था कि मेरे घर की जरुरतों पर इससे असर नहीं पड़ेगा. स्मिता का मेरे पति की तरफ झुकाव हुआ क्योंकि वह अकेली थी. मैं खुश थी कि घर के बाहर भी कोई इंसान है जो उन्हें समझ सकता है और प्यार करता है. अगर वह मेरे पति को खुश रखती है तो मैं खुश हूं. मुझे लगता है कि मेरे पति के साथ इन्वॉल्व होने से वह खुद को रोक ही नहीं पाई. 

वहीं एक इंटरव्यू में स्मिता ने कहा था कि यह रिश्ता इतना आसान नहीं है.  स्मिता ने नादिरा को लेकर कहा था कि वह अकेलेपन और दर्द से गुजर रही होंगी.

स्मिता ने शादी के बाद स्मिता ने एक बेटे को जन्म दिया था और उसका नाम प्रतीक रखा गया था. यह उनके लिए काफी मुश्किलों भरा समय था. बच्चे के जन्म के 15 दिन बाद ही 31 वर्ष की आयु में उन्होंने इस दुनिया से विदा ले ली. दरअसल बच्चे के जन्म के समय ही उन्हें इनफेक्शन हो गया था, जो इतना बढ़ गया कि उनके मौत का कारण बना. स्मिता पाटिल की जीवनी लिखने वाली फेमस राइटर मैथिली राव ने एक इंटरव्यू में बताया था कि स्मिता को वायरल इन्फेक्शन की वजह से ब्रेन इन्फेक्शन हो गया था. जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.

स्मिता के अचानक निधन के बाद राज टूट गए थे, लेकिन कुछ समय बाद वह अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास वापस चले गए. स्मिता के निधन के बाद नादिरा ने कहा था कि स्मिता के निधन ने राज औऱ प्रतिक के साथ मुझे भी तोड़ दिया था. वह बुरा समय था. राज बब्बर के दो बेटे हैं. पहली पत्नी नादिरा से आर्य बब्बर और स्मिता से प्रतीक बब्बर.

स्मिता पाटिल की मौत के बाद उनके मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया था. दीपक ने बताया था कि मरने से पहले 'स्मिता पाटिल कहा करती थीं कि दीपक जब मैं मर जाउंगी तो मुझे सुहागन की तरह तैयार करना'. मृत्यु के बाद अंतिम इच्छा के मुताबिक, स्मिता को सुहागन की तरह सजाया गया.

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