
हॉरर फिल्मों के शौकीनों के बीच ‘The Conjuring' का नाम आज भी रौंगटे खड़े कर देता है. आज से करीब 12 साल पहले, 2013 में रिलीज हुई इस फिल्म ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि फिलीपींस में इस फिल्म को लेकर इतना डर फैल गया था कि सिनेमाघरों में कैथोलिक पादरी तक बुलाए गए थे? जी हां, फिलीपींस के कई सिनेमाघरों ने ‘The Conjuring' की स्क्रीनिंग से पहले पादरियों को बुलाया था. उनका काम सिर्फ यही नहीं था कि वे प्रार्थना करें, बल्कि पादरी वहां दर्शकों को आशीर्वाद देने के लिए भी मौजूद रहते थे. दरअसल, कुछ दर्शकों ने फिल्म देखने के बाद Negative Presence यानी नकारात्मक ऊर्जा महसूस करने की शिकायत की थी. कई लोगों ने कहा कि उन्होंने फिल्म के बाद अजीब-अजीब चीजें महसूस कीं और डर के मारे उनकी तबीयत तक बिगड़ गई.
दर्शकों की हालत देख घबरा गए थे सिनेमाघर वाले
IMdb के अनुसार, इन सबको देखते हुए सिनेमाघर वाले डर गए कि कहीं कोई बड़ी मुसीबत न हो जाए. इसलिए उन्होंने पादरियों से ब्लेसिंग्स करवाना शुरू कर दिया. पादरी दर्शकों को आध्यात्मिक सहारा देने के साथ-साथ साइकोलोजिकल हेल्प भी देने लगे, ताकि फिल्म का असर उनके दिमाग और दिल पर न पड़े.
फिलीपींस के कुछ शहरों में तो हालात ऐसे बन गए थे कि दर्शकों को फिल्म के बीच से ही बाहर जाना पड़ा. कुछ दर्शक फिल्म खत्म होते-होते इतने डर गए कि उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई. इसके बाद पादरियों ने सिनेमाघरों में बाकायदा स्पिरिचुअल काउंसलिंग शुरू की, ताकि लोग शांत महसूस कर सकें.
अब भी डराता है 'The Conjuring' का नाम
आज भले ही हॉरर फिल्मों की भरमार हो, लेकिन The Conjuring का नाम अब भी सबसे डरावनी फिल्मों में गिना जाता है. इस फिल्म की कहानी असली घटनाओं पर आधारित थी, जिसमें पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर्स Ed और Lorraine Warren के केस को दिखाया गया था. यही वजह है कि इस फिल्म का डर आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है.
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