Nakshatra: उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग ईमानदार और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं. ये दोस्तों के प्रति भी काफी लॉयल होते हैं. हर वक्त उनकी मदद के लिए भी तैयार रहता है. ये निष्पक्ष भी होते हैं और यही कारण है कि इन्हें सफलता भी हासिल होती है. उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी ग्रह शनिदेव हैं. इसके देवता अहिर्बुध्रय हैं.
उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में जन्मे लोगों की विशेषताएं
इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग समझदार और विद्वान होते हैं. अपनी बुद्धिमता से प्रेरित होकर ये आगे बढ़ते हैं और आत्मविश्वास के साथ स्थितियों का सामना करते हैं. ये काफी दयालु, भावनात्मक, उदार और पारिवारिक होने के साथ ही एक बेहतरीन वक्ता भी होते हैं. हालांकि, इनमें कुछ कमी भी देखने को मिलती है. कई बार ये स्वार्थी और गैर जिम्मेदार होते हैं.
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र वाले पुरुष और महिलाएं
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वाले पुरुषों की बात करें तो इन्हें किसी तरह का भेदभाव पसंद नहीं होता. ये किसी को ठेस नहीं पहुंचाते और ना ही किसी की चापलूसी इन्हें पसंद नहीं होती है. वहीं, महिलाओं की बात करें तो ये काफी भाग्यशाली होती हैं. इन्हें लक्ष्मी का रूप माना जाता है. ऐसे में इनका परिवार आर्थिक रूप से संपन्न होता है. महिलाएं बुजुर्गों का काफी आदर करती हैं.
शिक्षा नहीं होती है खास
उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में जन्म लेने वालों की शिक्षा कुछ खास नहीं होती, लेकिन ये ऐसा दिखाते हैं कि इन्हें हर बात की जानकारी है. खुद के बल पर ये काफी जानकारी हासिल करते हैं और इससे वे लोगों में काफी मशहूर भी होते हैं. हालांकि, व्यापार में कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है. ये दार्शनिक, शिक्षक और लेखक हो सकते हैं. आमतौर पर ये आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होते हैं.
शनि खराब हुआ तो होगी दिक्कत
इनकी फैमिली लाइफ में कुछ प्रॉब्लम हो सकती है, साथ ही इन्हें पैतृक संपत्ति की लड़ाई भी लड़नी पड़ सकती है लेकिन यह उसी स्थिति में होगा, यदि कुंडली में शनि खराब हो. वैसे ये प्रेम को तवज्जो देते हैं और लाइफ पार्टनर और संतान के साथ इनका जीवन बेहतर बीतता है. वहीं महिलाएं अपने परिवार के लिए काफी भाग्यशाली होती हैं.
योग और एक्सरसाइज में होता है इंट्रेस्ट
इस नक्षत्र में जन्मे लोगों का स्वास्थ्य मिला-जुला रहता है. रेगुलर एक्सरसाइज आदि के प्रति इनमें इंट्रेस्ट देखने को मिलता है. हेल्थ के प्रति ये काफी जागरूक होते हैं और इसके लिए प्रयास भी करते हैं. इनमें डायरिया, पेट से जुड़ी बीमारी के साथ ही महिलाओं को एसिडिटी, जॉइंट पेन और सूजन के साथ-साथ अन्य परेशानियां हो सकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)