Astrology: कुंडली के दसवें भाव में शुक्र (Venus) के प्रभाव से व्यक्ति आकर्षक व्यक्तित्व का धनी होता है. ऐसे लोग स्वभाव से काफी शांत और मिलनसार किस्म के होते हैं. ये लोग धार्मिक स्वभाव के होते हैं और विवादों में नहीं पड़ते. ऐसे लोगों के बात और व्यवहार में कुछ गजब का आकर्षण होता है जिससे लोग उनकी ओर आकर्षित हो जाते हैं. दसवें भाव को करियर का भाव भी माना जाता है. इससे पता चलता है कि व्यक्ति को जीवन के किस क्षेत्र में सफलता हासिल होगी.
शुक्र के सकारात्मक प्रभाव
शुक्र के प्रभाव (Shukra Effects) से व्यक्ति समाज में प्रसिद्धि प्राप्त करने की ओर अग्रसर रहता है. ये ऊंची जीवनशैली भी जीना पसंद करते हैं. ये हर तरह के विवादों से दूर रहना चाहते हैं. पूजा-पाठ में भी इनकी काफी रुचि देखने को मिलती है. इस भाव में शुक्र आपके अधिकार, सामाजिक और आर्थिक स्थिति और पब्लिक इमेज को दर्शाता है. ये अपनी जिम्मेदारियों को भी बेहतर ढंग से निभाते हैं. कुंडली में शुक्र अगर मजबूत स्थिति में हो तो अच्छे परिणाम मिलते हैं.
शुक्र के नकारात्मक प्रभाव
कई मामलों में कुंडली के दसवें भाव में शुक्र को अशुभ माना जाता है और इसके नकारात्मक प्रभाव (Negative Effects) भी देखने को मिल सकते हैं. इससे व्यक्ति को आर्थिक नुकसान भी हो सकता है. ऐसे लोगों को यह भी सुझाव दिया जाता है कि इन्हें किसी से ज्यादा अपेक्षाएं नहीं रखनी चाहिए. इस स्थिति में उन्हें दूसरों से सावधान रहने की भी जरूरत है.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
दसवें भाव में शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति का रिश्ता किसी उच्च कुल में होता है. विवाह के बाद धन लाभ होता है और भाग्य की उन्नति भी होती है. इतना ही नहीं आपके जीवनसाथी को भी मान-सम्मान और लाभ की प्राप्ति होगी. शुक्र को विवाह का कारक माना जाता है, ऐसे में व्यक्ति को वैवाहिक सुख मिलता है. हालांकि, कुंडली में शुक्र के कमजोर होने के कारण विवाह में विलंब की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है.
शुक्र का करियर पर प्रभाव
दसवें भाव में शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति काफी रचनात्मक होता है. ऐसे लोगों की संगीत आदि में भी काफी रुचि देखने को मिलती है. सरकारी नौकरी में भी अच्छे पद मिल सकते हैं. हालांकि, दसवें भाव में शुक्र अगर अपनी शत्रु राशि में स्थित हो तो बिजनेस में समस्या हो सकती है. करियर में सफल होने के लिए आपको प्रतिबद्धता दिखानी होगी.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)