नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे चरण में मैदान में उतरे 12 प्रतिशत अर्थात 98 प्रत्याशी आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
प्रत्याशियों द्वारा नामांकन के समय सौंपे गए शपथ पत्रों के विश्लेषण से यह खुलासा हुआ है। शपथ पत्रों का विश्लेषण छत्तीसगढ़ इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स ने किया है। दोनों संगठनों ने दूसरे चरण में शामिल 72 क्षेत्रों के 843 प्रत्याशियों में से 840 के शपथपत्र का विशेषण किया है।
840 प्रत्याशियों में से 98 ने घोषित किया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं और 60 गंभीर किस्म के आरोपों का सामना कर रहे हैं। ऐसे आरोपों में हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध शामिल हैं।
पार्टीवार कांग्रेस के 72 में से 16 प्रत्याशियों ने जबकि भारतीय जनता पार्टी के 72 में से 10 ने बताया है कि उनके खिलाफ आपराधिक मामले विचाराधीन हैं। बहुजन समाज पार्टी के 71 में से 12 और छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के 43 में से नौ प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं।