सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे, तय प्लान के मुताबिक बोइंग स्टारलाइनर मिशन सिर्फ आठ दिन का होने वाला था और दोनों एस्ट्रोनॉट की 14 जून तक वापस पृथ्वी पर लौट आने की उम्मीद थी.लेकिन स्टारलाइनर में अपनी उड़ान के पहले 24 घंटों में ही कई गड़बड़ियां होने लगीं, और इसके 28 थ्रस्टर्स में से पांच खराब हो गए जिसकी वजह से इसमें हीलियम के कई रिसाव हुए, और सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के स्पेस मिशन से वापसी में यहीं बाधा बन गया, जिसकी वजह से दोनों लगभग 75 दिनों से अंतरिक्ष में फंसे हैं. और नासा उनको सुरक्षित वापस लाने के प्रयासो में जुटा है. लेकिन वापसी का यह रास्ता इतना आसान नहीं है. इसमें कई ऐसे जोखिम हैं जिससे निपटने के प्रयास में नासा के वैज्ञानिक दिन रात लगे हैं